छत्तीसगढ़

बिरहोर परिवार के गृह प्रवेश में पहुंचे वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी — नन्हे बच्चे से कटवाया फीता

छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी एक विशेष कार्यक्रम के तहत एक बिरहोर आदिवासी परिवार के नव-निर्मित घर के गृह-प्रवेश समारोह में शामिल हुए। यह घटना न केवल एक भावनात्मक पल थी, बल्कि सामाजिक समरसता, संवेदनशील शासन और आदिवासी सशक्तिकरण का भी प्रतीक बनी।


🔹 क्या हुआ इस मौके पर?

  1. गृह प्रवेश समारोह में सहभागिता:
    यह बिरहोर परिवार हाल ही में सरकार की आवास योजना के अंतर्गत अपना नया पक्का घर प्राप्त करने में सक्षम हुआ था। इस ऐतिहासिक पल को और अधिक खास बनाने के लिए श्री ओ.पी. चौधरी स्वयं वहाँ पहुँचे।
  2. नन्हे बच्चे से कटवाया फीता:
    फीता काटने की रस्म पारंपरिक रूप से किसी विशिष्ट अतिथि द्वारा की जाती है, लेकिन मंत्री जी ने भावनात्मक रूप से एक नन्हे बच्चे को आगे किया और उसी से फीता कटवाया। यह एक सादगी और संवेदनशीलता से भरा दृश्य था, जिसकी लोगों में काफी सराहना हुई।
  3. मंत्री जी का संबोधन:
    उन्होंने कहा कि, “सरकार सिर्फ भवन नहीं दे रही, हम आत्म-सम्मान और आत्मनिर्भरता का आधार बना रहे हैं। बिरहोर जैसे वंचित समुदायों को मुख्यधारा से जोड़ना हमारी प्राथमिकता है।”
  4. बिरहोर समुदाय पर विशेष ध्यान:
    बिरहोर जनजाति अत्यंत पिछड़ी जनजातियों (PVTG – Particularly Vulnerable Tribal Groups) में गिनी जाती है, जिनकी जनसंख्या बेहद सीमित है और जो परंपरागत रूप से जंगलों में रहते आए हैं। इनका सामाजिक और आर्थिक विकास लंबे समय से चिंता का विषय रहा है।
    श्री चौधरी ने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार ऐसे सभी समुदायों को आवास, शिक्षा, स्वास्थ्य और आजीविका से जोड़ने के लिए ठोस प्रयास कर रही है।
  5. स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया:
    ग्रामीणों ने वित्त मंत्री का जोरदार स्वागत किया। परिवार के सदस्य भावुक हो गए जब उन्होंने पहली बार अपने पक्के घर में प्रवेश किया। यह दृश्य सरकार की योजनाओं के जमीनी असर को दर्शाता है।

📸 क्या यह एक प्रतीकात्मक कदम है?

हाँ।

  • यह कार्यक्रम केवल एक “गृह प्रवेश” नहीं था, बल्कि शासन की मानवीयता और संवेदनशीलता को दर्शाने वाला उदाहरण था।
  • नन्हे बच्चे द्वारा फीता कटवाना यह संदेश देता है कि अगली पीढ़ी के लिए भविष्य अब सुरक्षित और स्थिर है।

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