भारतीय शतरंज महासंघ से खो गया शतरंज ओलंपियाड में मिला नोना गैप्रिंडाशविली कप….
खेल l शतरंज ओलंपियाड में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले दल को दिया जाने वाला ‘नोना गैप्रिंडाशविली कप’ अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (AICF) ने खो दिया है. भारत के लिए एक बड़ी शर्मिंदगी की बात है.यह आयोजन दो साल में एक बार होता है, जिसे भारतीय टीम ने 2022 में चेन्नई में हुए शतरंज ओलंपियाड में जीता था.
हफ़्ते पहले शतरंज की वैश्विक शासी संस्था FIDE ने AICF को एक ईमेल भेजा था, जिसमें भारत से ट्रॉफी वापस करने का अनुरोध किया गया था, जिससे इसे naga788 रविवार को बुडापेस्ट में चल रहे शतरंज ओलंपियाड के विजेताओं को राउंड 11 के अंत के बाद सौंपा जा सके.
AICF प्रशासन को एहसास हुआ कि ट्रॉफी भारत में होनी चाहिए थी. इसके बाद नई दिल्ली और चेन्नई में AICF के कार्यालयों के साथ-साथ चेन्नई के उस होटल में तलाशी शुरू की गई, जहाँ इसे आखिरी बार देखा गया था. पिछले AICF पदाधिकारियों से संपर्क किया गया और खिलाड़ियों से भी पूछा गया कि क्या उन्होंने ट्रॉफी ली है.
एआईसीएफ के उपाध्यक्ष अनिल कुमार रायजादा ने बताया. “हम पिछले कुछ दिनों से कप की तलाश कर रहे हैं. पुलिस को सूचित कर दिया गया है. हमें उम्मीद है कि हम इसे सुलझा लेंगे क्योंकि यह देश की प्रतिष्ठा का मामला है. यह एक गंभीर मुद्दा है और हम सभी के लिए बहुत शर्मनाक है,” उन्होंने कहा. “पिछला प्रशासन ऐसे जवाब दे रहा है जो ट्रॉफी का पता लगाने में बिल्कुल भी मददगार नहीं हैं,”
नोना गैप्रिंडाशविली ’ट्रॉफियाँ रोलिंग आधार पर दी जाती हैं, जिसका अर्थ है कि विजेता अगले ओलंपियाड आयोजित होने तक दो साल तक इसे अपने पास रखते हैं.
पदाधिकारी ने कहा. “ऐसा कोई दस्तावेज नहीं था जो दिखाए कि यह हमारे पास था. जब हमने पिछले प्रबंधन से पूछताछ की, तो उन्होंने हमें बताया कि ट्रॉफी खिलाड़ियों के पास हो सकती है… खिलाड़ियों ने कहा कि उन्होंने इसे नहीं देखा है. कुछ टीम स्टाफ ने कहा कि उन्हें इसके पास जाने की भी अनुमति नहीं थी,”