
छत्तीसगढ़ की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती राजवाड़े के सख्त निर्देश पर आंगनबाड़ियों में घटिया गुणवत्ता के सामान की आपूर्ति को लेकर बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की गई है। जांच में दोषी पाई गईं छह सप्लाई एजेंसियों को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है।
🔍 मामला क्या है?
- राज्य की आंगनबाड़ियों में बच्चों और महिलाओं के लिए पोषण सामग्री, स्टेशनरी, खिलौने, बर्तन, आदि की आपूर्ति की जाती है।
- हाल ही में कई जिलों से यह शिकायतें मिल रही थीं कि इन वस्तुओं की गुणवत्ता बेहद खराब है और निर्धारित मानकों का पालन नहीं किया जा रहा।
- विभागीय निरीक्षण और स्वतंत्र जांच में इस बात की पुष्टि हुई कि कई आपूर्ति एजेंसियों ने घटिया सामग्री सप्लाई की है।
⚖️ मंत्री श्रीमती राजवाड़े की सख्त पहल:
- मंत्री ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच के आदेश दिए थे।
- जांच रिपोर्ट आने के बाद उन्होंने कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए।
- 6 सप्लाई एजेंसियों को ब्लैकलिस्ट कर भविष्य में किसी भी सरकारी ठेके से वंचित कर दिया गया है।

📋 कार्रवाई के प्रमुख बिंदु:
- ब्लैकलिस्ट की गई एजेंसियों के नाम सार्वजनिक किए गए
- दोषी अधिकारियों की भूमिका की भी जांच शुरू
- जिन जिलों में खराब गुणवत्ता की सामग्री गई थी, वहां रिप्लेसमेंट या रिकवरी की प्रक्रिया भी शुरू
- भविष्य में सप्लाई व्यवस्था को पारदर्शी और गुणवत्तायुक्त बनाने के लिए ई-टेंडरिंग और थर्ड पार्टी ऑडिट की तैयारी
🗣️ मंत्री श्रीमती राजवाड़े का बयान:
“बच्चों के स्वास्थ्य और विकास से जुड़ी योजनाओं में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जो एजेंसियां बच्चों के हक पर चोट करेंगी, उनके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई होगी। हमारी प्राथमिकता गुणवत्ता और पारदर्शिता है।”
📌 क्या बदलेगा अब?
- अब विभाग की योजनाओं में गुणवत्ता नियंत्रण सख्त किया जाएगा
- सभी जिलों में सप्लाई की निगरानी के लिए फील्ड स्तर की टीमों का गठन
- आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेने की प्रक्रिया भी मजबूत की जा रही है