अखरी गांव ट्रिपल मर्डर केस में 24 घंटे में हत्या के दो शातिर बदमाश मुठभेड़ में ढेर, काला साम्राज्य ध्वस्त

फतेहपुर l फतेहपुर जिले के हथगाम थानाक्षेत्र के अखरी गांव में मंगलवार सुबह हुई अप्रत्याशित घटनाक्रम के मामलें फतेहपुर पुलिस ने साहसिक कार्रवाई करते हुए अखरी गांव में हुए ट्रिपल मर्डर केस के दो कुख्यात अपराधियों को 24 घंटे में ही धूल चटा दी।
खागा कोतवाली क्षेत्र में प्रेमनगर-बुधवन मार्ग पर बदलुवापुर मोड़ के पास हुई इस दिल दहला देने वाली मुठभेड़ में गोलियों की तड़तड़ाहट और पुलिस की चपलता ने अपराध की काली स्याही से लिखी कहानी को मिटाने का काम किया।
दोनों बदमाश घायल, हिरासत में, और उनके कब्जे से हथियारों का जखीरा बरामद किया गया 24 घंटे में हुई त्वरित कार्रवाई से यह दिन फतेहपुर के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज हो गया।

साहस और कुशल रणनीति का उपयोग
पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल के नेतृत्व में अपराध के खिलाफ छेड़ी गई जंग ने आज एक नया मुकाम हासिल किया।
इंटेलिजेंस विंग, थाना खागा और थाना औंग की संयुक्त टीम ने सुबह के धुंधलके में चेकिंग के दौरान एक काली स्कॉर्पियो (UP71AS0740) को निशाने पर लिया। जैसे ही पुलिस ने रोकने का इशारा किया, बदमाशों ने भागने की कोशिश की और गोलियां बरसानी शुरू कर दीं।
लेकिन फतेहपुर पुलिस के जांबाजों ने पलक झपकते ही घेराबंदी कर जवाबी हमला बोला।
आत्मरक्षा में चली गोलियों ने दोनों अपराधियों को घुटनों पर ला दिया , एक के दाहिने पैर में, तो दूसरे के बाएं पैर में गोली लगी।
अपराध के सरगनाओं का अंतिम खेल
पकड़े गए शातिरों की पहचान हुई—पीयूष सिंह (36 वर्ष) और सज्जन सिंह (38 वर्ष), दोनों हथगांव थाना क्षेत्र के अखरी गांव के निवासी।
ये वही खूंखार चेहरे थे, जो ट्रिपल मर्डर केस के मामले (मु0अ0सं0 68/2025) में वांछित थे। घायल अवस्था में इन्हें सीएचसी हरदो ले जाया गया, जहां इनके काले कारनामों का इलाज शुरू हुआ।
इनके पास से दो देसी तमंचे (315 बोर), तीन खोखा कारतूस, एक जिंदा कारतूस, काली स्कॉर्पियो, दो मोबाइल और 1700 रुपये नकद बरामद हुए .
काले इतिहास का पन्ना
पीयूष सिंह और सज्जन सिंह कोई मामूली अपराधी नहीं थे।
पीयूष का नाम हथगांव थाने में मारपीट, धमकी और हिंसा के दो मामलों में दर्ज था, वहीं सज्जन भी एक मामले में शामिल था।
इनका आपराधिक साम्राज्य अब पुलिस की मजबूत मुट्ठी में कैद हो चुका है।
जांबाजों की कहानी
इस ऑपरेशन में इंटेलिजेंस विंग के प्रभारी अरुण चतुर्वेदी, थाना खागा के हेमंत कुमार मिश्र और थाना औंग के हनुमान प्रताप सिंह की टीमों ने वह कर दिखाया, जो किसी सुपरहिट फिल्म के क्लाइमेक्स से कम नहीं।
गोलियों की गूंज के बीच इन जांबाजों ने न सिर्फ अपनी जान जोखिम में डाली, बल्कि अपराध के खिलाफ एक मिसाल कायम की।
24 घंटे में ही अपराध पर करारा प्रहार
यह मुठभेड़ सिर्फ दो बदमाशों की गिरफ्तारी नहीं, बल्कि फतेहपुर में घटनाक्रम में 24 घंटे के अंदर ही
अपराध की रीढ़ तोड़ने का एक साहसिक कदम है।
पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल ने इसे अपराधियों के लिए सख्त संदेश बताया “अब कोई नहीं बचेगा!”
स्थानीय लोग इस जीत पर तालियां बजा रहे हैं, उम्मीद है कि अब रातें सुकून भरी और सड़कें सुरक्षित होंगी।
जनपद फतेहपुर में गौरव सिंह की कलम से लिखी यह कहानी पुलिस की बहादुरी और अपराध के खात्मे की गाथा है – एक ऐसी गाथा, जो हर दिल में जोश और हर अपराधी के दिल में खौफ भर देगी !