आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को परेशान करने मामला आया सामने।

परियोजना अधिकारी द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को जबरन नोटिस जारी कर परेशान करने का मामला सामने आया है। मामले में आरोप है कि हितग्राहियों को डबल लाभान्वित किया जा रहा है।
अब कार्यकर्ता को गरम भोजन और रेडी टू ईट फूड वितरण करने पर रोका लगाया गया । जवाब देने पहुंची पीड़ित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने साक्ष्य पेश करते कहा की मुझ पर लगाये गये आरोप झूठा और बेबुनियाद।
दरसल सरसींवा क्षेत्र के चोरभट्ठी में संचालित मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता महेश्वरी साहू की मानें तो चोरभट्ठी में दो आंगनबाड़ी केंद्र संचालित है। वे परसाभांठा में स्थित मिनी आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता है और 2013 से वहाँ कार्यरत है। उस आंगनबाड़ी केंद्र के अंतर्गत आने वाले हितग्राही को ही वे गरम भोजन व रेडी टू ईट फूड वितरण करती है। लेकिन वर्तमान समय में वहाँ चोरभट्ठी बस्ती में पदस्थ कार्यकर्ता सुलोचना साहू द्वारा जबरन सर्वे कर उल्टे उनके हितग्राही को लाभान्वित किया जा रहा हैं। डबल लाभान्वित मैं नहीं बल्कि सुलोचना कर रही हैं।

परियोजना अधिकारी जबरन उन्हें नोटिस जारी किया है और उसकी अप्रैल माह की रेडी टू ईट फूड वितरण पर रोक लगा दिया गया है। जिनसे वे बहुत आहत और परेशान है।
अब महेश्वरी साहू ने परियोजना अधिकारी भटगांव से मांग की है कि उन्हें तत्काल रेडी टू ईट फूड सामग्री उपलब्ध कराई जाए और वितरण करने की अनुमति दी जाय साथ ही दोनो आंगनबाड़ी केंद्रों की सर्वे कर उचित कार्यवाही की जाये जिससे कि किसी को कोई भी परेशानी न हो।
वहीं दूसरी ओर परियोजना अधिकारी विजय प्रभात सरल ने मीडिया को जानकारी देते हुये बताया कि उन्हें गलत तरीके से गरम भोजन और रेडी टू ईट फूड, हितग्राहियों को डबल लाभान्वित करने का शिकायत मिला था।
जिसकी सत्यता जानने के परिपेक्ष में ही कार्यकर्ता को नोटिस जारी किया गया था और उनसे जवाब मांगा गया था। कार्यकर्ता द्वारा अब दस्तावेज दिखा दिया गया है आगे आंगनबाड़ी केंद्रों का मौका निरीक्षण कर आगे की कार्यवाही किया जाएगा। फिलहाल सम्बन्धित कार्यकर्ता को रेडी टू ईट फूड वितरण करने की अनुमति तत्काल दी जा रही है।