आज़ाद लोधी ने सगाई में 1.51 लाख की राशि लेने से किया इनकार, सिर्फ 501 रुपये में निभाई रस्म…

दहेज प्रथा के खिलाफ मिसाल: लोधी समाज के युवा नेता आज़ाद लोधी बैसोरा ने समाज में दहेज प्रथा के खिलाफ एक मिसाल पेश की है। समोहा ग्राम में तय हुई अपनी शादी के दौरान उन्होंने पहले ही दहेज न लेने की घोषणा कर दी थी।
इसके बावजूद जब 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन हुई रिंग सेरेमनी और सगाई कार्यक्रम में रस्म के तौर पर उन्हें 1 लाख 51 हजार रुपये देने की पेशकश की गई, तो उन्होंने यह राशि लेने से इनकार कर दिया। बुजुर्गों की सहमति से रस्म को जीवित रखने के लिए उन्होंने केवल 501 रुपये स्वीकार किए और समाज को दहेज प्रथा के खिलाफ जागरूक करने का संदेश दिया।
गौरतलब है कि 3 फरवरी को शिक्षक बीएसी अमर सिंह लोधी ने भी बेटे की सगाई में दहेज न लेकर एक मिसाल पेश की थी। अब इसके सकारात्मक परिणाम दिखने लगे हैं, और समाज में दहेज मुक्त विवाह की ओर जागरूकता बढ़ रही है।

आजाद लोधी किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं और पिछोर विधायक प्रीतम लोधी के करीबी माने जाते हैं। करैरा-पिछोर विधानसभा क्षेत्र में लोधी समाज की प्रभावशाली उपस्थिति है, और आज़ाद के इस फैसले से समाज में एक सकारात्मक संदेश गया है। उनका मानना है कि हमें बहू खरीदनी नहीं, बल्कि बेटी को अपनाना है, और समाज को भी इसी दिशा में आगे बढ़ना चाहिए।

उनके इस कदम की क्षेत्र में सराहना हो रही है और इसे अन्य समाजों के लिए भी प्रेरणादायक माना जा रहा है।
लड़के के चाचा बलवान लोधी सरपंच बैसोराकला ने कहा कि हम अपने भतीजे आजाद की शादी बिना दहेज की कर रहे हैं और समाज से अपील करते हैं कि दहेज ना लें और इस कुप्रथा का अंत करें जिससे बेटी का पिता कर्ज में ना डूबे,इस कार्यक्रम के साक्षी जिला पंचायत सदस्य अनारी लोधी, बलवान लोधी सरपंच बैसोराकला,कपूर लोधी कुचलोन,दिनेश लोधी,दुर्ग सिंह लोधी, राजकपूर रहे ।