
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से आज राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में बिहार के पथ निर्माण मंत्री श्री नितिन नवीन ने सौजन्य मुलाकात की।
मुख्यमंत्री श्री साय ने श्री नितिन नवीन का आत्मीय स्वागत किया तथा उन्हें शॉल एवं प्रतीक चिन्ह नन्दी भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर विधायक श्री किरण देव एवं छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री सौरभ सिंह उपस्थित थे।
क्या हुआ — मुलाकात का पूरा विवरण
- आज (28 नवम्बर 2025) सुबह, बिहार के पथ-निर्माण मंत्री Nitin Nabin ने रायपुर में मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में CM विष्णु देव साय से सौजन्य मुलाकात की।
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने Nitin Nabin का “आत्मिक स्वागत” किया — उन्हें एक शॉल और प्रतीक-चिन्ह “नंदी” भेंट कर सम्मानित किया गया।
- इस मुलाकात के समय वहाँ अन्य कई मौजूद थे — जैसे कि विधायक किरण देव और छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के अध्यक्ष सौरभ सिंह।
- मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह मुलाकात औपचारिक “सौजन्य भेंट” थी — बातचीत के दौरान राज्य–केंद्र सहयोग, राजनीतिक एवं संगठनात्मक समन्वय, पार्टियों की रणनीतियों और भविष्य के कार्यक्रमों जैसे विषयों पर चर्चा हुई।

🧑💼 कौन हैं ये नेता — पृष्ठभूमि
- Nitin Nabin, बिहार के पथ-निर्माण मंत्री हैं; वे “बांकीपुर” विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक रहे हैं।
- इसके अलावा, Nitin Nabin को पार्टी की संगठनात्मक जिम्मेदारियाँ दी जाती रही हैं — वे भाजपा के राज्य (छत्तीसगढ़) प्रभारी भी रह चुके हैं।
- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, इस वक्त छत्तीसगढ़ के CM हैं, और उनकी सरकार नक्सलवाद-रोधी, विकास और सुरक्षा दोनों मोर्चों पर सक्रिय रही है।
इस प्रकार मुलाकात में दोनों ही पक्षों की राजनीतिक, प्रशासनिक व संगठनात्मक पहचान है — इस भेंट का औपचारिक महत्त्व ही नहीं, राजनीतिक-रणनीतिक मायने भी हो सकते हैं।
🔎 इस मुलाकात का संभावित मतलब / उद्देश्य
इस तरह की सौजन्य भेंट — विशेष रूप से जब दोनों नेता अलग-अलग राज्य/पदों पर हों — अक्सर निम्न संकेत देती है:
- राज्य व केंद्र, या दो राज्यों के बीच समन्वय और संपर्क मजबूत करना: Nitin Nabin बिहार से हैं, पर चूंकि उन्होंने छत्तीसगढ़ की जिम्मेदारी भी संभाली है (पूर्व में), इस मुलाकात से भाजपा संगठन स्तर पर दोनों राज्यों में तालमेल और संसाधन-साझेदारी की रणनीति बन सकती है।
- पार्टियों/संगठनात्मक स्तर पर समीक्षा व आगे की प्लानिंग: इस मुलाकात के दौरान पार्टियों के नेताओं, विधायकों व अन्य संगठकीय सदस्यों के साथ रणनीति, आगामी कार्यक्रम, चुनाव पूर्व तैयारियाँ, पार्टी मजबूती आदि पर बातचीत होने की संभावना।
- विकास-प्रो젝트 या केंद्रीय/state सहयोग की संभावनाओं की समीक्षा: बिहार व छत्तीसगढ़ दोनों राज्यों के सीनियर नेता — सड़क, पथ-निर्माण, खनिज आदि मंत्रालय/विकास से जुड़े विभागों की जिम्मेदारी, इसलिए दो राज्यों के अनुभव/संसाधन साझा करने का अवसर।
- नव नियुक्त मंत्री का स्वागत व सौहार्द स्थापित करना: Nitin Nabin नए मंत्री हैं — ऐसे में उनकी पहली यात्रा पर सत्कार व सम्मान, संबंधों को मज़बूत करता है — जिससे पार्टी व नेताओं के बीच सामंजस्य बना रहे।
✅ इस मुलाकात का क्षेत्रीय / राजनीतिक महत्व
- छत्तीसगढ़ में भाजपा संगठन और नेतृत्व के दृष्टिकोण व सक्रियता का संकेत — राज्य में न सिर्फ स्थानीय नेता बल्कि राष्ट्रीय नेताओं की सहभागिता दिखना।
- राज्य-केंद्र व अन्य राज्यों के लिए जहां मंत्रालयों व संगठनात्मक जिम्मेदारियों का मेल है — ऐसे गठजोड़/संपर्क से संसाधन, अनुभव, रणनीति व विकास-प्रगतियाँ साझा हो सकती हैं।
- आगामी कार्यक्रम, चुनाव, विकास परियोजनाओं, संगठनात्मक योजनाओं आदि के लिए पुख्ता नींव — इस प्रकार की भेंट-मुलाकात इसी आधार को मजबूत बनाती है।



