दुर्ग में करंट की चपेट से बिजली कर्मचारी की मौत, सुरक्षा व्यवस्थाओं पर उठे सवाल — परिजनों ने मांगा मुआवजा और जांच

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में रविवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ, जहां काम के दौरान बिजली की लाइव लाइन की चपेट में आने से 50 वर्षीय कर्मचारी संतोष ठाकुर की मौत हो गई। हादसे के समय वह बिजली मरम्मत कार्य में जुटे थे, तभी गलती से उनका संपर्क एक्टिव हाई-वोल्टेज लाइन से हो गया। तेज झटके के साथ वह मौके पर ही गिर पड़े।

मौके पर मौजूद साथियों ने तुरंत उन्हें अस्पताल पहुँचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
क्षेत्र में शोक की लहर
हादसे की खबर मिलते ही मृतक के परिवार और स्थानीय लोगों में गम और गुस्सा दोनों नजर आए। संतोष ठाकुर लंबे समय से बिजली व्यवस्था में कार्यरत थे और बताया जा रहा है कि वे अनुभवी लाइनमैन में से एक थे।
परिवार ने उठाए सवाल — “सुरक्षा क्यों नहीं?”
परिजनों ने दुर्घटना को लापरवाही का परिणाम बताते हुए कई गंभीर सवाल उठाए। परिवार और स्थानीय नागरिकों ने कहा—
वे मांग कर रहे हैं—
✔️ मृतक के परिवार को उचित मुआवजा
✔️ परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी
✔️ घटना की उच्च स्तरीय जांच
✔️ बिजली विभाग में सुरक्षा व्यवस्था सुधार
पुलिस जांच में जुटी
घटना के बाद दुर्ग पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। विभागीय स्तर पर भी प्राथमिक पूछताछ चल रही है।
बिजली विभाग की कार्यशैली पर फिर सवाल
यह घटना अकेली नहीं है — राज्य में इस तरह के हादसे लगातार सामने आते रहे हैं, जहाँ—
- बिना सेफ्टी बेल्ट
- बिना ग्लव्स या सुरक्षा किट
- लाइव लाइन पर काम
जैसी लापरवाही कर्मचारियों की जान ले रही है।



