रायपुर में राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम | CA एसोसिएशन और TJSB सहकारी बैंक की पहल

छत्तीसगढ़ चार्टर्ड अकाउंटेंट एसोसिएशन द्वारा TJSB सहकारी बैंक लिमिटेड के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस राष्ट्रीय-स्तरीय कार्यक्रम ने प्रदेश के व्यावसायिक परिदृश्य को नई ऊर्जा प्रदान की।

कार्यक्रम का शुभारंभ – बैंकिंग के भविष्य पर विशेष दृष्टि
विशिष्ट अतिथि श्री शरद नरहर गंगल (TJSB बैंक) ने अपने उद्बोधन में भारतीय बैंकिंग प्रणाली के व्यापक परिवर्तनों, डिजिटल विस्तार, ग्राहकों की सुरक्षा और नियामकीय मजबूती पर प्रकाश डालते हुए कहा कि—
“भारत वित्तीय नेतृत्व के नए युग में प्रवेश कर चुका है। आने वाले समय में CAs केवल अनुपालन विशेषज्ञ नहीं बल्कि राष्ट्र की वित्तीय दिशा तय करने वाले रणनीतिक सलाहकार बनेंगे।”
उनके विचारों ने पूरे सभागार में गंभीर चिंतन का वातावरण उत्पन्न किया।
वक्ताओं ने पेश किए नए विचार, नई नीतियाँ और नई तकनीक
इस अवसर पर देशभर से आए प्रसिद्ध वक्ताओं ने अपने-अपने क्षेत्रों में गहन, व्यावहारिक और शोध-आधारित सत्र प्रस्तुत किए—
1. CA प्रफुल्ल पेंडसे – सेक्शन 148 पर मास्टरक्लास
आयकर पुनर्मूल्यांकन, जांच प्रक्रिया और अनुपालन जोखिमों पर उनका विस्तृत विश्लेषण सभी पेशेवरों के लिए अत्यंत मूल्यवान रहा।
2. CA जितेन्द्र सिंह खनूजा – GST वार्षिक रिटर्न और FY 24–25 ऑडिट मुद्दे
उन्होंने जटिल GST प्रावधानों को सरल उदाहरणों, केस-स्टडी और नवीनतम निर्देशों के साथ स्पष्ट किया।
3. CA अरिहंत जैन – MSME नीति और स्टार्टअप लाभ
औद्योगिक नीति 2024–30, नई सब्सिडी संरचना और MSME सेक्टर की पूंजी जरूरतों पर उनका प्रस्तुतीकरण अत्यधिक सराहा गया।
4. CA करण गुप्ता – AI for Beginners
AI और वित्तीय पेशे के भविष्य पर यह सत्र युवाओं के लिए अत्यंत प्रेरक रहा—उन्होंने बताया कि आने वाले 5 वर्षों में AI अकाउंटिंग और फाइनेंस दोनों का चेहरा बदल देगा।
5. CA वैभव सिंघवी – Leadership in Finance एवं निखिल अरेकर जी ने कहा
कि भविष्य का वित्तीय leader वह है जो डेटा, रणनीति और टेक्नोलॉजी, तीनों को साथ लेकर चलता है।
CA किशोर बारडिया, जो कार्यक्रम के मुख्य सलाहकार एवं एंकर रहे, ने मंच पर व्याख्यान, अतिथियों का परिचय और ज्ञान-संवाद को जिस तरह संयोजित किया, वह पूरे आयोजन की विशेषता बन गया।
उनका विषय—CGCA और मंथन की विचारधारा—प्रतिभागियों को कार्यक्रम की दृष्टि और उद्देश्य से जोड़ता रहा।
CA धवल शाह, कार्यक्रम समन्वयक के रूप में हर चरण पर अग्रणी भूमिका निभाते रहे।
उनके द्वारा दिया गया Vote of Thanks न केवल औपचारिक धन्यवाद था, बल्कि छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय वित्तीय हब बनाने की दिशा में एक स्पष्ट विचारधारा और रोडमैप का आह्वान भी था।
धवल शाह ने कहा—
“मंथन 2025 केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि ज्ञान, नेतृत्व और पेशेवर उत्कृष्टता को आगे बढ़ाने का संकल्प है। हमारा उद्देश्य राज्य को देश का प्रमुख कंसल्टिंग और वित्तीय केंद्र बनाना है।”
प्रतिभागियों ने दिया अभूतपूर्व प्रतिसाद
सभागार में उपस्थित चार्टर्ड अकाउंटेंट्स, उद्योग जगत के प्रतिनिधियों और बैंकिंग पेशेवरों ने कार्यक्रम को “ज्ञान और अनुभव का सर्वोत्तम समागम”,
“CG के CA समुदाय के लिए वर्ष की सबसे महत्वपूर्ण पहल”
और
“युवा व वरिष्ठ पेशेवरों को जोड़ने वाला दुर्लभ मंच”
बताया।
नेटवर्किंग एवं डिनर सेशन—नई साझेदारियाँ और संवाद
कार्यक्रम का समापन डिनर एवं नेटवर्किंग सेशन के साथ हुआ, जहां उद्योग–वित्त–बैंकिंग के नेताओं ने संभावित सहयोग, आगामी अवसरों और नीति-स्तर पर होने वाले परिवर्तनों पर विस्तृत चर्चा की।
रायपुर के पेशेवर परिदृश्य में “मंथन 2025” एक ऐतिहासिक पड़ाव
इस आयोजन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि छत्तीसगढ़ अब केवल संसाधनों का राज्य नहीं, बल्कि ज्ञान, वित्त और प्रोफेशनल उत्कृष्टता के उभरते केंद्र के रूप में अपनी पहचान मजबूत कर रहा है।
“मंथन 2025” इसी दिशा में एक ऐतिहासिक और निर्णायक कदम माना जा रहा है।
प्रेषक
सी ए अमिताभ दुबे



