टेक्नोलॉजी

आईआईटी मद्रास का बड़ा कदम — डेटा सेंटर ट्रेनिंग

  • IIT मद्रास ने Vertiv और अपनी टेक फाउंडेशन के साथ मिलकर STEM छात्रों को डेटा सेंटर ऑपरेशन और मेंटेनेंस में ट्रेनिंग देने का फैसला किया है।
  • इस प्रशिक्षण कोर्स की अवधि 35 घंटे है।
  • 160 छात्रों को IIT-मद्रास में पाँच दिनों का ऑफलाइन ट्रेनिंग भी दी जाएगी।
  • ट्रेनिंग के बाद उन्हें ‘Intelligent Data Centre Operations & Maintenance’ का सर्टिफिकेट मिलेगा।

IIT मद्रास + Vertiv का डेटा सेंटर ट्रेनिंग प्रोग्राम — विस्तार से

  1. तीन-तरफ भागीदारी
    • यह पहल IIT मद्रास, Vertiv (डेटा सेंटर और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों में काम करने वाली ग्लोबल कंपनी), और IITM Pravartak Technologies Foundation के बीच है।
    • IITM Pravartak एक Section-8 कंपनी है और यह Department of Science & Technology (DST) के “National Mission on Interdisciplinary Cyber-Physical Systems (NM-ICPS)” के अंतर्गत है।
  2. उद्देश्य…
    • भारत में तेजी से बढ़ रही डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर की मांग को देखते हुए, डेटा सेंटर चलाने और मेनटेनेंस करने वालों की ज़रूरत बहुत बड़ी हो रही है।
    • इस ट्रेनिंग के ज़रिए STEM (Science, Technology, Engineering, Math) छात्रों को व्यावसायिक और उद्योग-संबंधी स्किल दी जाएँगी, ताकि वे “तकनीकी तैयार” वर्कफ़ोर्स बन सकें।
  3. प्रशिक्षण का ढांचा
    • ऑनलाइन कोर्स: कुल 35 घंटे का “self-paced” (छात्र अपनी गति से पूरा कर सकते हैं) ऑनलाइन प्रोग्राम।
    • ऑफलाइन इमर्सिव ट्रेनिंग: ऑनलाइन ट्रेनिंग पूरी करने वाले छात्रों में से 160 छात्रों को चुना जाएगा जो IIT मद्रास कैंपस में 5 दिन की इन-पर्सन ट्रेनिंग पाएँगे।
  1. कोर्स कंटेंट (क्या सिखाया जाएगा)
    ट्रेनिंग में ऐसे विषय शामिल होंगे जो डेटा सेंटर को चलाने और मेंटेनेंस करने में बहुत ज़रूरी हैं:
    • डेटा सेंटर इंफ्रास्ट्रक्चर (इमारत, पावर सिस्टम, नेटवर्क आदि)
    • थर्मल मैनेजमेंट: डेटा सेंटर में तापमान नियंत्रण बहुत जरूरी है।
    • पावर मैनेजमेंट: बिजली की सप्लाई, बैकअप पावर सिस्टम वगैरह
    • रिमोट मॉनिटरिंग: डेटा सेंटर को दूर से मॉनिटर करना और सिस्टम्स की हेल्थ चेक करना।
    • प्रेडिक्टिव मेंटेनेंस: भविष्य में होने वाली खराबी का अनुमान लगाना और समय से उसे रोकना।
    • इंडस्ट्री केस स्टडीज़ और प्रैक्टिकल डेमो: असल दुनिया के डेटा सेंटर ऑपरेशन के उदाहरण और प्रैक्टिकल एक्सपोजर।
  2. प्रमाणपत्र (Certification)
    • जो 160 छात्र 5-दिन की इन-पर्सन ट्रेनिंग पूरा करेंगे, उन्हें “Certified Intelligent Data Centre – Operations & Maintenance (CIDC-O&M)” का सर्टिफिकेट मिलेगा।
    • यह सर्टिफिकेट इंडस्ट्री में मान्यता प्राप्त है और खासकर AI-सक्षम और डेटा-ड्रिवन डेटा सेंटरों के लिए उपयोगी है।
  3. महत्व और दीर्घकालीन लाभ
    • नौकरी के अवसर: डेटा सेंटर इंडस्ट्री भारत में बहुत तेजी से बढ़ रही है, और trained प्रोफेशनल की मांग बढ़ रही है।
    • इनोवेशन-तैयार ग्रेजुएट्स: ऐसे छात्र जिन्हें डेटा सेंटर टेक्नोलॉजी की गहरी समझ हो, वे भविष्य में नई टेक्नोलॉजी (जैसे AI, क्लाउड, एज कंप्यूटिंग) में काम कर सकते हैं।
    • शिक्षा-उद्योग सेतु: यह पहल अकादमिक और इंडस्ट्री के बीच कनेक्शन मजबूत करती है, जिससे छात्रों को सिर्फ थ्योरी नहीं, बल्कि रियल-वर्ल्ड स्किल मिलेंगी।
    • राष्ट्रीय स्तर पर योगदान: भारत की डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत हो रही है, और इसके लिए कुशल मैनपावर की ज़रूरत है — यह प्रोग्राम उसी जरूरत को पूरा करने में योगदान देगा।

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