छत्तीसगढ़
जनजातीय गौरव दिवस पर राज्य स्तरीय कार्यशाला ….

📅 तारीख: 10 नवंबर 2025
📍 स्थान: आदिवासी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान (T.R.T.I.), नवा रायपुर अटल नगर
🕙 समय: सुबह 10 बजे से
🏛️ आयोजक: आदिम जाति एवं अनुसूचित जनजाति विकास विभाग, छत्तीसगढ़ शासन
🌿 कार्यक्रम की पृष्ठभूमि
हर वर्ष 15 नवंबर को देशभर में ‘जनजातीय गौरव दिवस’ (Tribal Pride Day) मनाया जाता है, जो भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित होता है।
छत्तीसगढ़ में इसके पूर्व आयोजन के तहत आज रायपुर में एक राज्य स्तरीय कार्यशाला (State Level Workshop) आयोजित की जा रही है।
इस कार्यशाला का उद्देश्य राज्यभर में जनजातीय विकास से जुड़े अधिकारियों और नोडल अधिकारियों को नीतिगत सुधार, योजनाओं के क्रियान्वयन और फील्ड-लेवल चुनौतियों पर प्रशिक्षण और मार्गदर्शन प्रदान करना है।

👥 प्रतिभागी एवं अधिकारी
इस कार्यशाला में शामिल होंगे —
- रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, बस्तर और सरगुजा संभाग के सभी सहायक आयुक्त (Assistant Commissioner – Tribal Development)
- उनके नोडल अधिकारी
- सहयोगी अधिकारी और परियोजना अधिकारी (Project Officers)
- आदिम जाति विकास विभाग के वरिष्ठ अधिकारी
- T.R.T.I. (Tribal Research & Training Institute) के विशेषज्ञ
आदिम जाति विकास विभाग ने इसके लिए मंत्रालय (महानदी भवन) से सभी जिलों के सहायक आयुक्तों को औपचारिक पत्र जारी किया है।
🎯 कार्यशाला के उद्देश्य
इस प्रशिक्षण कार्यशाला के प्रमुख उद्देश्य हैं:
- ✅ जनजातीय योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन
- विभिन्न विभागीय योजनाओं (शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, आजीविका) की समीक्षा।
- फील्ड लेवल पर आने वाली बाधाओं और समाधान पर चर्चा।
- ✅ डिजिटल मॉनिटरिंग एवं रिपोर्टिंग सिस्टम
- योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट को डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़ने की प्रक्रिया।
- डेटा प्रबंधन और MIS सिस्टम के प्रशिक्षण पर फोकस।
- ✅ नवाचार (Innovation) और बेस्ट प्रैक्टिस साझा करना
- बस्तर, सरगुजा और जशपुर जैसे जिलों में चल रहे सफल मॉडल प्रस्तुत किए जाएंगे।
- अन्य जिलों में इन्हें लागू करने की रूपरेखा बनाई जाएगी।
- ✅ जनजातीय गौरव और सांस्कृतिक संरक्षण
- जनजातीय समाज की संस्कृति, भाषा और परंपराओं के संरक्षण पर चर्चा।
- जनजातीय गौरव सप्ताह में प्रस्तावित कार्यक्रमों की योजना बनाना।
🧩 मुख्य सत्र (Sessions)
| समय | विषय | वक्ता / विशेषज्ञ |
|---|---|---|
| 10:00 – 10:30 | उद्घाटन सत्र | विभागीय सचिव (आदिम जाति विकास विभाग) |
| 10:30 – 11:30 | जनजातीय योजनाओं का समग्र अवलोकन | T.R.T.I. निदेशक |
| 11:30 – 12:30 | डिजिटल ट्रैकिंग एवं मॉनिटरिंग सिस्टम | NIC विशेषज्ञ टीम |
| 12:30 – 01:30 | फील्ड इनोवेशन शेयरिंग सेशन | बस्तर, कोरिया, जशपुर प्रतिनिधि |
| 02:30 – 04:00 | समूह चर्चा एवं कार्ययोजना निर्माण | सभी संभागीय अधिकारी |
| 04:00 – 04:30 | समापन सत्र और सिफारिशें | विभागीय प्रमुख सचिव |
🌺 उम्मीदें और संभावित परिणाम
- राज्यभर में जनजातीय योजनाओं के संचालन में एकरूपता और पारदर्शिता बढ़ेगी।
- स्थानीय अधिकारियों की क्षमता-वृद्धि (Capacity Building) होगी।
- आदिवासी क्षेत्रों में आर्थिक और सामाजिक विकास के मॉडल को गति मिलेगी।
- आगामी जनजातीय गौरव दिवस सप्ताह (15 से 21 नवंबर) के कार्यक्रमों के लिए रूपरेखा तैयार होगी।



