
स्थान: समोदा (आरंग, जिला रायपुर) | अवसर: भारतीय हॉकी के 100 वर्ष पूरे होने का उत्सव
🔹 आयोजन का उद्देश्य
भारत में हॉकी के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में देशभर में “हॉकी शताब्दी समारोह” के तहत कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में आरंग युवा एवं खेल संगठन द्वारा संचालित समोदा हॉकी क्लब में एक विशेष सद्भावना मैच का आयोजन किया गया।
यह आयोजन छत्तीसगढ़ हॉकी संघ के अध्यक्ष श्री फिरोज अंसारी के मार्गदर्शन में हुआ, जिसका उद्देश्य ग्रामीण और युवा खिलाड़ियों में खेल भावना, एकता और राष्ट्रीय गौरव की भावना को सशक्त बनाना था।

🔹 कार्यक्रम का शुभारंभ
कार्यक्रम का शुभारंभ उत्साहपूर्ण माहौल में हुआ —
- मुख्य अतिथि: समोदा विद्यालय जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष श्री पुराणिक ध्रुवंशी
- विशिष्ट अतिथि: विद्यालय के प्राचार्य श्री आज्ञाराम ठाकुर
दोनों अतिथियों ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया और खेल का औपचारिक शुभारंभ किया।
इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधि, ग्रामीणजन, खेल प्रेमी और छात्र बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
🔹 अतिथियों के उद्बोधन
उद्घाटन समारोह में अपने संबोधन में पुराणिक ध्रुवंशी ने कहा —
“हॉकी न केवल हमारा राष्ट्रीय खेल है, बल्कि यह हमारे देश की खेल संस्कृति और गौरवशाली इतिहास का प्रतीक भी है। मेजर ध्यानचंद जैसे खिलाड़ियों ने जो स्वर्णिम परंपरा स्थापित की, वह आज भी प्रेरणा देती है।”
प्राचार्य आज्ञाराम ठाकुर ने कहा —
“समोदा के खिलाड़ियों ने साबित किया है कि ग्रामीण अंचल में भी यदि लगन और प्रशिक्षण हो, तो राज्य और राष्ट्रीय स्तर तक पहुँचना संभव है। आने वाले समय में यहां से और भी खिलाड़ी राष्ट्रीय टीम में जगह बनाएंगे।”
🔹 समोदा हाकी क्लब की उपलब्धियां
- 17 खिलाड़ी अब तक राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले चुके हैं।
- क्लब के प्रशिक्षक युवाओं को नियमित अभ्यास के साथ अनुशासन, फिटनेस और टीम भावना का प्रशिक्षण देते हैं।
- आरंग विधानसभा क्षेत्र के लिए यह क्लब खेल प्रतिभाओं की नर्सरी बन गया है।
🔹 सद्भावना मैच का विवरण
सद्भावना मैच में दो स्थानीय टीमों ने हिस्सा लिया। खिलाड़ियों ने शानदार पासिंग, ड्रिब्लिंग और गोलिंग कौशल का प्रदर्शन किया। खेल में प्रतिस्पर्धा के साथ-साथ खेल भावना और टीमवर्क की झलक साफ दिखाई दी।
मैच के अंत में विजेता टीम को मुख्य अतिथियों द्वारा ट्रॉफी और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया, जबकि उपविजेता टीम और उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को विशेष पुरस्कार प्रदान किए गए।
🔹 आयोजन की विशेषताएँ
- मैदान को विशेष रूप से इस अवसर के लिए तैयार किया गया था।
- कार्यक्रम स्थल पर “हॉकी @100 Years of Glory” थीम पर आधारित पोस्टर और बैनर लगाए गए।
- स्थानीय बालक-बालिकाओं ने पारंपरिक स्वागत गीतों और खेल-थीम वाले नारों के साथ खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया।
🔹 संदेश और महत्व
यह आयोजन न केवल हॉकी खेल की शताब्दी का उत्सव था, बल्कि युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करने और ग्रामीण प्रतिभा को आगे लाने का मंच भी बना।
छत्तीसगढ़ हॉकी संघ और स्थानीय खेल संगठनों की ऐसी पहल से ग्रासरूट लेवल पर हॉकी के पुनरुत्थान को बढ़ावा मिलेगा।
🔹 निष्कर्ष
“हॉकी के 100 वर्ष — सद्भावना और गौरव का खेल उत्सव”
आरंग के समोदा में आयोजित यह कार्यक्रम बताता है कि हॉकी केवल एक खेल नहीं, बल्कि भारतीय एकता, अनुशासन और जज़्बे का प्रतीक है।
स्थानीय युवाओं की भागीदारी और समाज का समर्थन इस खेल को फिर से नई ऊँचाइयों तक पहुँचा सकता है।



