“नीतीश-नरेंद्र की जोड़ी पर राहुल का वार

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को बिहार की नीतीश-नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। नालंदा के नूरसराय के सरदार पटेल स्टेडियम में आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था, पेपर लीक और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर एनडीए सरकार को कटघरे में खड़ा किया। अस्पताल बने मौत के ठिकाने राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार के अस्पतालों में लोग जीने नहीं, बल्कि मरने जाते हैं। यही है आपकी सरकार की असली तस्वीर। उन्होंने कहा कि इलाज के लिए बिहार के मरीजों को आज भी दिल्ली एम्स जाना पड़ता है और वहां मेट्रो स्टेशनों पर रातें गुजारनी पड़ती हैं।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को निशाना बनाते हुए राहुल ने कहा कि यह मत सोचिए कि नीतीश जी सरकार चलाते हैं। असल में सरकार नरेंद्र मोदी, अमित शाह और नागपुर (आरएसएस) से चलती है। नीतीश जी तो बस रिमोट कंट्रोल सीएम हैं। मोदी जी जो बटन दबाते हैं, वही चैनल चालू हो जाता है। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि एक तरफ नीतीश कुमार 20 साल में बिहार बदलने का दावा करते हैं, लेकिन हकीकत जमीन पर कुछ और ही है। पेपर लीक: युवाओं के सपनों की हत्या पेपर लीक के मुद्दे पर राहुल गांधी ने भावुक अंदाज में कहा कि बिहार का युवा डॉक्टर-इंजीनियर बनने का सपना देखता है। माता-पिता मजदूरी करके उसे पढ़ाते हैं। लेकिन परीक्षा से एक दिन पहले पेपर लीक हो जाता है। ईमानदार युवा देखता रह जाता है और पेपर चोर मौका मार लेता है। यही है आपकी सच्चाई।
प्रधानमंत्री मोदी पर तंज;-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिजिटल इंडिया की पॉलिसी पर तंज कसते हुए राहुल ने कहा कि मोदी जी कहते हैं कि उन्होंने डेटा सस्ता कर दिया ताकि युवा रील बना सकें। भला रील देखने से किसी के जेब में पैसा आता है? पैसा तो जियो के मालिक अंबानी की जेब में जाता है। उन्होंने युवाओं से कहा कि आपका भविष्य फेसबुक-इंस्टाग्राम देखने से नहीं, बल्कि ‘मेड इन बिहार’ फोन बनाने से बदलेगा।
 
				


