रायपुर

रायपुर में एकत्र होंगे देशभर के 350 नामी डॉक्टर… पर क्यों!

यह आयोजन वास्तव में देश के डायबिटीज़ उपचार और अनुसंधान क्षेत्र के सबसे बड़े राष्ट्रीय सम्मेलनों में से एक बनने जा रहा है। रायपुर में 11–12 अक्टूबर को होने वाला यह RSSDI (Research Society for the Study of Diabetes in India) Annual Conference 2025 न केवल चिकित्सकीय चर्चा का मंच होगा, बल्कि स्वास्थ्य नीति, प्रौद्योगिकी और सामुदायिक स्वास्थ्य रणनीतियों के संगम का प्रतीक भी बनेगा। नीचे विस्तार से विवरण—


🩺 सम्मेलन का उद्देश्य और स्वरूप

थीम: “सर्वे संतु निरामया” — यानी सभी निरोग रहें
इस सम्मेलन का मुख्य फोकस डायबिटीज़ की रोकथाम, निदान, उपचार और रिवर्सल (reversal) पर नए शोध और चिकित्सकीय दृष्टिकोण साझा करना है।
देशभर से लगभग 350 प्रतिष्ठित डॉक्टर और शोधकर्ता इसमें शामिल हो रहे हैं।


🎯 मुख्य लक्ष्य

  1. नवीन उपचार पद्धतियों की प्रस्तुति – जीन आधारित प्रिसिशन मेडिसिन, इन्सुलिन डिलीवरी में इनोवेशन, और डिजिटल हेल्थ उपकरणों की भूमिका।
  2. भारतीय संदर्भ में डायबिटीज़ प्रबंधन – ग्रामीण इलाकों में सीमित संसाधनों के बावजूद प्रभावी उपचार मॉडल पर चर्चा।
  3. प्रिवेंटिव स्ट्रैटेजी (रोकथाम पर फोकस) – जीवनशैली, खानपान और सामाजिक जागरूकता से डायबिटीज़ की बढ़ती दर को कम करना।

👨‍⚕️ विशिष्ट अतिथि और प्रमुख वक्ता

  • मुख्य अतिथि: मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय — वे सम्मेलन का उद्घाटन और समापन दोनों करेंगे।
  • विशेष अतिथि एवं वक्ता:
    • डॉ. जी.बी. गुप्ता, रोटेरियन अमित जायसवाल, डॉ. सुनील गुप्ता, डॉ. राकेश पारीख — प्रमुख राष्ट्रीय डायबिटोलॉजिस्ट्स।
  • विषय-विशेष सत्र:
    • डॉ. सुनील गुप्ता — गर्भावस्था में डायबिटीज़ (Gestational Diabetes)।
    • डॉ. राकेश पारीख — प्रिसिशन मेडिसिन और डायबिटीज़ ट्रीटमेंट में जीनोमिक्स की भूमिका।
    • डॉ. विजय पानिकर — ग्लीटाजोन और लिवर हेल्थ का संबंध।
    • डॉ. मंगेश तिवास्कर — मोटापा प्रबंधन और मेटाबॉलिक सिंड्रोम।
    • पद्मश्री डॉ. कमलाकर त्रिपाठीक्लीनिकल स्किल्स और डॉक्टरी प्रैक्टिस में नैतिक दृष्टिकोण।
    • डॉ. प्रसन्न कुमारटाइप-1 डायबिटीज़ केयर के नए मानक।
    • डॉ. जगन्नाथ दीक्षितडायबिटीज़ रिवर्सल मॉडल (Low-carb and Intermittent Fasting Approach)।

🧩 आयोजन की जिम्मेदार टीम

यह सम्मेलन RSSDI की छत्तीसगढ़ इकाई द्वारा आयोजित किया जा रहा है —

  • अध्यक्ष: डॉ. राका शिवहरे (निदेशक, मधुमीत डायबिटीज़ हॉस्पिटल, रायपुर)
  • सचिव: डॉ. दीपक जायसवाल
  • आयोजन समिति:
    डॉ. मुकेश शर्मा, डॉ. आलोक राय, डॉ. लखन सिंह, डॉ. अविजीत रॉयजादा,
    डॉ. पवन अग्रवाल, डॉ. शबा सिद्दीकी, डॉ. अनुराग अग्रवाल और डॉ. पंकज मोटघरे

🎭 विशेष आकर्षण — “मधुमेह की रामलीला”

  • सम्मेलन की शाम को एक अनोखा प्रयोग होगा — “मधुमेह की रामलीला”, जो डॉ. राका शिवहरे की संकल्पना और डॉ. अजय सहाय के निर्देशन में प्रस्तुत होगी।
  • इसमें रायपुर के प्रसिद्ध चिकित्सक मंच पर अभिनय करते हुए बताएंगे कि डायबिटीज़ कैसे शरीर और जीवन पर नियंत्रण पा लेता है, और कैसे अनुशासन, आहार और जागरूकता से इसे “राम” यानी संयम से हराया जा सकता है।
  • इस तरह की मेडिकल-थिएटर प्रस्तुति देश में पहली बार इस पैमाने पर की जा रही है।

📘 समापन समारोह और “इन्सुलिन ई-बुक” विमोचन

  • समापन अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा “इन्सुलिन ई-बुक” का विमोचन किया जाएगा।
  • यह ई-बुक डॉ. राका शिवहरे की टीम ने तैयार की है —
    • इसका उद्देश्य: दूरस्थ क्षेत्रों के चिकित्सकों और हेल्थ सर्विस प्रोवाइडर्स (HCPs) को इन्सुलिन उपयोग, डोजिंग, स्टोरेज और पेशेंट काउंसलिंग में सहायता प्रदान करना।
    • ई-बुक को ऑनलाइन पोर्टल पर मुफ्त उपलब्ध कराया जाएगा ताकि छोटे शहरों व ब्लॉक स्तर के डॉक्टर भी इसका उपयोग कर सकें।

🩹 महत्व और अपेक्षित परिणाम

  1. राष्ट्रीय स्तर पर ज्ञान-साझा प्लेटफॉर्म — नवीन अनुसंधान, केस स्टडी और डेटा-ड्रिवन मेडिसिन पर चर्चा।
  2. छत्तीसगढ़ के लिए अवसर — राज्य को स्वास्थ्य नवाचार और चिकित्सा प्रशिक्षण केंद्र के रूप में पहचान मिलेगी।
  3. जन-जागरूकता में वृद्धि — सम्मेलन से निकलने वाले निष्कर्ष और थीम पब्लिक हेल्थ कैंपेन में उपयोग किए जा सकेंगे।
  4. युवाओं के लिए प्रेरणा — मेडिकल छात्रों और प्रशिक्षुओं को शीर्ष विशेषज्ञों से संवाद का अवसर मिलेगा।

संक्षेप में, यह सिर्फ एक चिकित्सा सम्मेलन नहीं बल्कि एक सामाजिक आंदोलन है — जिसका उद्देश्य है मधुमेह के खिलाफ भारत की सामूहिक लड़ाई को नई दिशा देना।

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