करीब एक साल बाद भाजपा का “सहयोग केंद्र” फिर से सक्रिय हो रहा है — जो पार्टी कार्यकर्ताओं और सरकार के बीच सीधा संपर्क और समाधान मंच बनेगा।

छत्तीसगढ़ भाजपा संगठनात्मक ढांचे और उसकी जमीनी स्तर पर संवाद की नई पहल से जुड़ी है।करीब एक साल बाद भाजपा का “सहयोग केंद्र” फिर से सक्रिय हो रहा है — जो पार्टी कार्यकर्ताओं और सरकार के बीच सीधा संपर्क और समाधान मंच बनेगा।आइए इसे विस्तार से समझते हैं 👇
🏛️ भाजपा का ‘सहयोग केंद्र’ फिर से शुरू — संवाद, सहयोग और समाधान पर जोर
📅 पृष्ठभूमि और पुनः शुरुआत
- भाजपा ने वर्ष 2023 में सत्ता में वापसी के बाद पार्टी कार्यालय (कुशाभाऊ ठाकरे परिसर, रायपुर) में “सहयोग केंद्र” की शुरुआत की थी।
- उद्देश्य था कि कार्यकर्ता सीधे मंत्री या वरिष्ठ पदाधिकारी से मिलकर अपनी समस्याएं, शिकायतें या सुझाव रख सकें।
- हालांकि लोकसभा चुनाव 2024 और उसके बाद नगरीय निकाय चुनावों की आचार संहिता के कारण यह केंद्र अक्टूबर 2024 में बंद हो गया था।
- अब लगभग एक साल बाद, कार्यकर्ताओं की मांग पर इसे 6 अक्टूबर 2025 से दोबारा शुरू किया जा रहा है।
🧭 सहयोग केंद्र की रूपरेखा
- स्थान: भाजपा कार्यालय, कुशाभाऊ ठाकरे परिसर, रायपुर।
- समय: दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक (दैनिक संचालन)।
- पंजीयन: कार्यकर्ताओं को दोपहर 1 बजे से 2 बजे तक पंजीयन कराना होगा।
- जिम्मेदारी: वरिष्ठ भाजपा नेता सच्चिदानंद उपासने को संचालन की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिन्हें संगठनात्मक अनुभव और अनुशासन के लिए जाना जाता है।
👔 पहले चरण में 5 मंत्रियों की ड्यूटी तय
तिथि | मंत्री | विभाग |
---|---|---|
6 अक्टूबर (सोमवार) | टंकराम वर्मा | राजस्व मंत्री |
7 अक्टूबर (मंगलवार) | गजेंद्र यादव | स्कूल शिक्षा मंत्री |
8 अक्टूबर (बुधवार) | केदार कश्यप | वन मंत्री |
9 अक्टूबर (गुरुवार) | गुरु खुशवंत साहेब | तकनीकी शिक्षा मंत्री |
10 अक्टूबर (शुक्रवार) | दयालदास बघेल | खाद्य मंत्री |
हर मंत्री कार्यालय में बैठकर कार्यकर्ताओं की समस्याएं सुनेंगे और उनके समाधान के निर्देश देंगे।
🗣️ डिप्टी सीएम अरुण साव का बयान: “संवाद और सहयोग हमारी प्राथमिकता”
सहयोग केंद्र की पुनः शुरुआत पर उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा —
“पार्टी के लिए कार्यकर्ता सबसे महत्वपूर्ण हैं। उनके साथ संवाद और सहयोग हमारी प्राथमिकता है। हर मंत्री बारी-बारी से कार्यालय में बैठेगा ताकि कार्यकर्ताओं की समस्याओं का त्वरित समाधान हो सके।”
उन्होंने यह भी बताया कि वे स्वयं 14 अक्टूबर को सहयोग केंद्र में उपस्थित रहेंगे।

📈 राज्य के विकास पर अरुण साव के बयान
प्रेस से बातचीत में उपमुख्यमंत्री साव ने सरकार की उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला —
🔹 खनिज राजस्व में 34 गुना वृद्धि
“पिछले 25 सालों में छत्तीसगढ़ के खनिज राजस्व में 34 गुना बढ़ोत्तरी हुई है। यह मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सुशासन और योजनाबद्ध संसाधन प्रबंधन का परिणाम है।”
🔹 निवेश और उद्योग
उन्होंने कहा कि नई औद्योगिक नीति के तहत राज्य में निवेश को बढ़ावा दिया जा रहा है।
साथ ही कृषि और युवाओं के कौशल विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
🔹 स्वास्थ्य सुरक्षा पर जवाब
“कोल्ड्रिफ कफ सिरप मामले” पर साव ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग सतर्क है।
“छत्तीसगढ़ में संबंधित सिरप की कोई आपूर्ति नहीं हुई है, इसलिए घबराने की बात नहीं है। एहतियातन सभी कदम उठाए जा रहे हैं।”
🧩 राजनीतिक परिप्रेक्ष्य और महत्व
भाजपा का यह कदम संगठनात्मक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है:
- कार्यकर्ता-सरकार संवाद की सीधी व्यवस्था से基层 (जमीनी स्तर) पर जुड़ाव बढ़ेगा।
- पार्टी अनुशासन और पारदर्शिता की छवि मजबूत होगी।
- लोकसभा के बाद होने वाले नगरीय और पंचायत चुनावों की तैयारी के लिए यह संपर्क अभियान भी माना जा रहा है।
📜 संक्षेप में मुख्य बिंदु
विषय | विवरण |
---|---|
कार्यक्रम का नाम | सहयोग केंद्र |
स्थान | कुशाभाऊ ठाकरे परिसर, रायपुर |
उद्देश्य | कार्यकर्ताओं की समस्याओं का समाधान और संवाद |
शुरुआत की तिथि | 6 अक्टूबर 2025 |
पहले दिन | राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा |
संयोजक | सच्चिदानंद उपासने |
मुख्य वक्तव्य | “संवाद और सहयोग हमारी प्राथमिकता है” — अरुण साव |