बस्तर दशहरा लोकोत्सव 2025 की शुरुआत — भक्ति, लोकसंस्कृति और उल्लास का संगम…..

बस्तर दशहरा लोकोत्सव 2025 की शुरुआत — भक्ति, लोकसंस्कृति और उल्लास का संगम
🎉 भव्य उद्घाटन समारोह…
जगदलपुर में विश्वप्रसिद्ध बस्तर दशहरा लोकोत्सव 2025 का शुभारंभ परंपरागत और भव्य तरीके से हुआ।
इस ऐतिहासिक पर्व की सांस्कृतिक शुरुआत लालबाग मैदान में आकर्षक सजावट, रोशनी, और हजारों दर्शकों की उपस्थिति में की गई।
- मुख्य आकर्षण: अयोध्या से आई रामलीला मंडली ने भगवान श्रीराम के जीवन प्रसंगों — वनवास, सीता हरण, और रावण संवाद — का मंचन किया।
- मंच पर राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान के जीवंत अभिनय ने माहौल को भक्ति और भावनाओं से भर दिया।
- दर्शक देर रात तक इस प्रस्तुति में डूबे रहे।

इस दौरान स्थानीय स्कूलों के बच्चों और लोक कलाकारों ने बस्तर के पारंपरिक नृत्य और गीतों की झलक पेश की — धुरवा, मुरिया, और गोंडी नृत्य जैसी लोक शैलियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
🌾 लोकसंस्कृति और परंपराओं का उत्सव
बस्तर दशहरा केवल धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि यह 75 दिन चलने वाला लोकउत्सव है — जिसमें बस्तर की जनजातीय परंपराएं, देवी-देवताओं की यात्राएं और ‘रथ खींचाई’ जैसे अद्भुत दृश्य शामिल होते हैं।
पहले दिन की शुरुआत देवी माईजी के पूजन और स्थानीय पुजारियों द्वारा पारंपरिक विधि-विधान से की गई।
लालबाग परिसर में हर ओर माटी की सुगंध, महुआ मंद की खुशबू और ढोल-मांदर की थाप गूंज रही थी।
🍶 महुआ मंद की परंपरा कायम
बस्तर दशहरा के साथ एक अनोखी परंपरा जुड़ी है — महुआ मंद की बिक्री।
भले ही गांधी जयंती पर सरकारी शराब दुकानें बंद थीं, लेकिन ग्रामीण महिलाओं ने परंपरा निभाते हुए देसी महुआ शराब की दुकानें सजाईं।
- स्थान: वन मंडलाधिकारी कार्यालय परिसर, पुराना तहसील कार्यालय, और दलपत सागर किनारा।
- विक्रेता: महिलाएं पुसपाल, तोंगपाल, दरभा, कोड़ेनार जैसे दूरस्थ इलाकों से 50–60 किमी दूर से शराब लेकर आईं।
- उद्देश्य: इस बिक्री से प्राप्त धन से वे घरेलू ज़रूरतों का सामान — कपड़ा, अनाज, बच्चों की पढ़ाई का खर्च — पूरा करती हैं।
कुछ शरारती तत्वों ने महिलाओं को परेशान करने की कोशिश की, मगर पुलिस ने सख्त कार्रवाई की — उपद्रवियों को मौके पर ही डंडे खाने पड़े।
फिर भी परंपरा और माहौल को कोई क्षति नहीं पहुँची, और उत्सव सौहार्द के साथ चलता रहा।
🌟 आगे के कार्यक्रम
दूसरे दिन रूपाली जग्गा (इंडियन आइडल फेम गायिका) की प्रस्तुति रहेगी, साथ ही रामलीला का दूसरा अंक भी मंचित होगा।
इसके अलावा ‘रथारोहण’, ‘मुरिया दरबार’, और ‘मावली परघाव’ जैसी रस्में आने वाले दिनों में आयोजित की जाएंगी।
⚠️ अन्य घटनाक्रम
उसी दौरान, शहर के कुछ हिस्सों में अन्य खबरें भी सुर्खियों में रहीं —
- महापौर का गुस्सा: शहर की खस्ताहाल सड़कों को लेकर महापौर ने अधिकारियों पर नाराज़गी जताई, कहा — “त्योहार के समय शहर की सड़कों की यह हालत शर्मनाक है।”
- अपराध की घटना: एक दुष्कर्म और हत्या की घटना ने क्षेत्र को झकझोर दिया। जंगल में महिला का शव मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की है। संदिग्धों की तलाश जारी है।
📜 संक्षेप में
विषय | विवरण |
---|---|
उत्सव का नाम | बस्तर दशहरा लोकोत्सव 2025 |
स्थान | लालबाग मैदान, जगदलपुर |
विशेष आकर्षण | अयोध्या की रामलीला मंडली, स्थानीय नृत्य-गीत |
परंपरा | महुआ मंद की बिक्री |
अगला कार्यक्रम | रूपाली जग्गा की प्रस्तुति, रामलीला का अगला अंक |
अवधि | लगभग 75 दिन |
माहौल | धार्मिक, लोकसांस्कृतिक और उत्साहपूर्ण |