राजनीति
		
	
	
कृषि मंत्री रामविचार नेताम का गुजरात दौरा…

आज का कार्यक्रम
- अमूल प्रोसेसिंग प्लांट का निरीक्षण
- मंत्री अमूल डेयरी के प्रोसेसिंग प्लांट का दौरा करेंगे।
 - यहां वे डेयरी प्रबंधन प्रणाली, आधुनिक प्रोसेसिंग तकनीकें और उत्पाद की गुणवत्ता बनाए रखने की प्रक्रियाएँ समझेंगे।
 - अमूल का मॉडल भारत में सहकारी आंदोलन और दूध उत्पादन में सबसे सफल उदाहरण माना जाता है।
 
 - मूल्य संवर्धन प्रक्रियाओं का अध्ययन
- दूध से बने उत्पादों (जैसे – चीज़, बटर, आइसक्रीम, पाउडर दूध) के वैल्यू ऐडिशन प्रोसेस का अवलोकन करेंगे।
 - इससे छत्तीसगढ़ में दुग्ध उत्पादन और डेयरी उद्योग को नई दिशा देने के सुझाव लिए जा सकेंगे।
 
 

हालिया गतिविधियाँ
- कुछ दिन पहले नेताम अहमदाबाद में “राइजिंग एग्री समिट” में शामिल हुए थे।
 - वहाँ उन्होंने कृषि विशेषज्ञों और नीति निर्माताओं से मुलाकात की थी।
 - इस समिट में कृषि के आधुनिक मॉडल, तकनीक, सिंचाई, जैविक खेती, और बाजार से जुड़ाव जैसे विषयों पर चर्चा हुई थी।
 
दौरे का महत्व छत्तीसगढ़ के लिए
- डेयरी विकास: गुजरात का अमूल मॉडल देशभर में सफल है। छत्तीसगढ़ सरकार भी ग्रामीण किसानों को दुग्ध व्यवसाय से जोड़कर आय बढ़ाने की दिशा में काम कर सकती है।
 - कृषि-उद्योग से जुड़ाव: मूल्य संवर्धन प्रक्रियाएँ सीखकर राज्य में दूध व अन्य कृषि उत्पादों पर आधारित फूड प्रोसेसिंग उद्योग स्थापित करने की दिशा मिल सकती है।
 - किसानों की आय दोगुनी करने की रणनीति: आधुनिक तकनीकों और नीतियों को लागू कर राज्य के किसानों को सीधा लाभ पहुंचाया जा सकता है।
 - कृषि सहकारिता मॉडल: अमूल की तरह सहकारी समितियों को मजबूत कर छोटे किसानों को बड़े बाजार से जोड़ने का अवसर।
 
👉 कुल मिलाकर, रामविचार नेताम का यह दौरा कृषि और दुग्ध सहकारिता क्षेत्र में छत्तीसगढ़ के लिए संभावनाएँ तलाशने और नई तकनीक/मॉडल अपनाने की दिशा में अहम माना जा रहा है।
				

