नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली का इस्तीफा….

प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली का इस्तीफा: सोशल मीडिया पर प्रतिबंध और भ्रष्टाचार विरोधी प्रदर्शनों के बाद प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया है। इससे पहले प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन और कई सरकारी इमारतों में आग लगा दी थी।
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने 9 सितंबर 2025 को अपने पद से इस्तीफा दे दिया, जो कि देश में जारी व्यापक जन विरोध और हिंसा के बीच एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम है।

🔥 विरोध की पृष्ठभूमि
यह इस्तीफा सोशल मीडिया पर 26 प्लेटफ़ॉर्म्स पर लगाए गए प्रतिबंध के खिलाफ शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों के परिणामस्वरूप आया। इन प्रदर्शनों में भ्रष्टाचार के खिलाफ भी गुस्सा व्यक्त किया गया, जो नेपाल के युवा वर्ग, विशेषकर ‘जेन Z’ द्वारा नेतृत्वित था। सोमवार को पुलिस की कार्रवाई में 19 लोगों की मौत और 300 से अधिक लोग घायल हुए थे, जिससे स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई।
🏛️ संसद और सरकारी इमारतों पर हमला
प्रदर्शनकारियों ने काठमांडू में संसद भवन, सिंह दरबार (प्रधानमंत्री कार्यालय) और राष्ट्रपति के आवास पर हमला किया। सिंह दरबार में आग लगा दी गई और संसद भवन में धुएं के गुबार उठे। प्रदर्शनकारियों ने ‘केपी चोर, देश छोड़ो’ और ‘भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करो’ जैसे नारे लगाए।
🪖 सेना की तैनाती और कर्फ्यू
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए नेपाल सेना को तैनात किया गया और काठमांडू में कर्फ्यू लागू किया गया। सेना ने संसद भवन की सुरक्षा की और सड़कों पर गश्त की।
🏛️ इस्तीफे की प्रक्रिया
प्रधानमंत्री के इस्तीफे के बाद, राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने मंगलवार को उनके इस्तीफे को स्वीकार किया। हालांकि, प्रधानमंत्री का पद कार्यपालिका प्रमुख होने के नाते महत्वपूर्ण है, लेकिन राष्ट्रपति के इस्तीफे की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
🔮 भविष्य की दिशा
प्रदर्शनकारियों ने पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की को वार्ता के लिए नेतृत्व करने का प्रस्ताव दिया है। हालांकि, राष्ट्रपति के इस्तीफे की स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है। काठमांडू हवाई अड्डा फिर से खुल गया है, और सुरक्षा स्थिति में सुधार हो रहा है, लेकिन तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।