
🕘 कार्यक्रम विवरण
- सुबह 9:45 बजे → रायपुर एयरपोर्ट से विशेष विमान/हेलिकॉप्टर से जगदलपुर (बस्तर मुख्यालय) के लिए रवाना।
- पहला चरण → बस्तर जिले के बाढ़ प्रभावित गाँवों और कस्बों का निरीक्षण।
- निचले इलाकों, नदी किनारे बस्तियों और राहत शिविरों का दौरा करेंगे।
- प्रभावित परिवारों से सीधे मिलकर उनकी समस्याएँ सुनेंगे।
- दूसरा चरण → प्रशासनिक समीक्षा बैठक।
- कलेक्टर, SP, आपदा प्रबंधन, स्वास्थ्य, PWD और अन्य विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक।
- राहत सामग्री वितरण, फंसे हुए परिवारों की निकासी, सड़क/पुल बहाल करने और बिजली-पानी आपूर्ति पर चर्चा।
- तीसरा चरण → राहत एवं पुनर्वास कार्यों का जायज़ा।
- अब तक मिली सहायता (खाद्यान्न, दवाइयाँ, अस्थायी आश्रय) की समीक्षा।
- आगे की ज़रूरतों और केंद्र/राज्य से मिलने वाली मदद पर रणनीति।
- दोपहर 3:40 बजे → निरीक्षण और समीक्षा पूरी कर रायपुर एयरपोर्ट वापसी।

✨ इस दौरे का महत्व
- बाढ़ की गंभीर स्थिति → बस्तर में लगातार भारी बारिश से नदी-नालों में उफान, कई गाँव जलमग्न, सैकड़ों परिवार विस्थापित।
- सरकारी सक्रियता → मुख्यमंत्री का सीधा दौरा यह दर्शाता है कि राज्य सरकार हालात को ग्राउंड लेवल से मॉनिटर कर रही है।
- राहत और पुनर्वास →
- प्रभावित परिवारों को त्वरित सहायता (खाना, दवा, टेंट)।
- किसानों की फसलों और मवेशियों को हुए नुकसान का आंकलन।
- सड़कों/सेतुओं की मरम्मत और स्कूल-हॉस्पिटल को दोबारा चालू करने की योजना।
👉 आम जनता के लिए संदेश
- राज्य सरकार बस्तर के हालात को गंभीरता से ले रही है।
- पीड़ित परिवारों को जल्द से जल्द राहत सामग्री और आर्थिक मदद पहुँचाने पर ज़ोर।
- आगे आने वाले दिनों में पुनर्वास और मुआवज़ा योजना का ऐलान भी हो सकता है।