छत्तीसगढ़
संबलपुर रेलवे स्टेशन यार्ड रिमॉडलिंग का काम 6 अगस्त से 15 अगस्त के बीच चलेगा और इसके लिए रेलवे ने ब्लॉक लिया है,

संबलपुर रेलवे स्टेशन पर यार्ड रिमॉडलिंग का काम शुरू हो गया है, और इसके चलते रेलवे ने अगस्त के मध्य तक कई ट्रेनों की संचालन व्यवस्था में बदलाव किया है। यह काम 6 अगस्त से 15 अगस्त के बीच चलेगा और इसके लिए रेलवे ने ब्लॉक लिया है, यानी इस अवधि में कुछ लाइनों पर ट्रेनों की आवाजाही रोकी जाएगी।

🚧 यार्ड रिमॉडलिंग क्या है और क्यों जरूरी है?
- यार्ड रिमॉडलिंग का मतलब स्टेशन के भीतर ट्रैक लेआउट, पॉइंट्स, सिग्नल और प्लेटफॉर्म कनेक्शन को फिर से व्यवस्थित करना होता है।
- इसका उद्देश्य है:
- ट्रेनों की आवाजाही को तेज और सुगम बनाना।
- लंबे रूट की ट्रेनों को बिना देरी प्लेटफॉर्म देना।
- भविष्य में बढ़ती ट्रेन संख्या को संभालना।
- संबलपुर एक महत्वपूर्ण जंक्शन है, जहां से पूर्वी और मध्य भारत के कई रेल रूट जुड़ते हैं।
🚉 ट्रेनों पर असर — रद्द हुई पैसेंजर ट्रेनें
इस काम के कारण चार पैसेंजर ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है:
तारीख | ट्रेन | रूट | स्थिति |
---|---|---|---|
14 अगस्त 2025 | बिलासपुर–टिटिलागढ़ पैसेंजर | बिलासपुर → टिटिलागढ़ | रद्द |
15 अगस्त 2025 | टिटिलागढ़–बिलासपुर पैसेंजर | टिटिलागढ़ → बिलासपुर | रद्द |
14 अगस्त 2025 | टिटिलागढ़–रायपुर पैसेंजर | टिटिलागढ़ → रायपुर | रद्द |
15 अगस्त 2025 | रायपुर–टिटिलागढ़ पैसेंजर | रायपुर → टिटिलागढ़ | रद्द |
🧳 यात्रियों पर असर
- संबलपुर से रायपुर और बिलासपुर तक नियमित सफर करने वाले यात्री सबसे अधिक प्रभावित होंगे।
- खासकर लोकल पैसेंजर ट्रेनें सस्ते और रोज़ाना सफर करने वाले यात्रियों के लिए मुख्य साधन होती हैं—इनके रद्द होने से बस या निजी वाहन का सहारा लेना पड़ेगा।
- बसों से सफर न सिर्फ महंगा होगा, बल्कि यात्रा समय भी बढ़ सकता है।
📌 संभावित वैकल्पिक उपाय
- कुछ यात्री मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों का उपयोग कर सकते हैं, लेकिन उनमें सीट उपलब्धता सीमित होगी।
- रेलवे द्वारा रद्द ट्रेनों के यात्रियों को अन्य ट्रेनों में समायोजित करने या किराया रिफंड की सुविधा दी जा सकती है।
- स्थानीय बस ऑपरेटरों के बीच इस अवधि में भीड़ बढ़ने की संभावना है।