उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज को संभल जिले के दौरे पर रहेंगे…

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज (7 अगस्त 2025) को संभल जिले के दौरे पर रहेंगे, जहाँ वे एक साथ 659 करोड़ रुपये की 222 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास करेंगे। इसके साथ ही हाल ही में खुदाई के दौरान सामने आए पुरातात्विक अवशेषों का भी वे निरीक्षण करेंगे।
यह दौरा न केवल विकास परियोजनाओं को गति देने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टि से भी विशेष रूप से अहम माना जा रहा है।

🟠 मुख्यमंत्री योगी का संभल दौरा: प्रमुख बिंदु
📍 स्थान:
जनपद संभल, उत्तर प्रदेश
(दौरे के केंद्र बिंदु: नगर क्षेत्र + खुदाई स्थल + सरकारी परियोजना स्थल)
🕘 मुख्य कार्यक्रम:
- 659 करोड़ रुपये की लागत से बनी 222 परियोजनाओं का:
- लोकार्पण (inauguration)
- शिलान्यास (foundation stone laying)
- पुरातात्विक स्थल का दौरा:
- हाल ही में हुई खुदाई में प्राचीन अवशेष, मूर्तियाँ, ईंटों की संरचना, व शिलालेख प्राप्त हुए हैं।
- योगी आदित्यनाथ खुद मौके पर जाकर निरीक्षण करेंगे और आगे की प्रक्रिया (संरक्षण, सर्वेक्षण, ASI सहयोग) के निर्देश दे सकते हैं।
- जनसभा और संबोधन:
- मुख्यमंत्री आमजन से संवाद करेंगे और सरकार की उपलब्धियों का ब्योरा देंगे।
- कानून व्यवस्था, विकास कार्यों और प्रशासनिक कसावट पर ज़ोर देंगे।
🛠️ विकास परियोजनाएं: क्षेत्रों की झलक
इन परियोजनाओं में शामिल हैं:
- शिक्षा: स्कूल भवन, स्मार्ट क्लास रूम
- स्वास्थ्य: प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अस्पतालों में सुधार
- परिवहन: सड़कें, पुल, इंटरलॉकिंग मार्ग
- बिजली और पेयजल: ट्रांसफॉर्मर, पाइपलाइन, जल निगम योजनाएं
- स्वच्छता और नगर विकास: सार्वजनिक शौचालय, कचरा प्रबंधन इकाइयाँ
🏛️ पुरातात्विक अवशेष: क्या मिले?
संभल के जिस क्षेत्र में खुदाई हो रही थी (संभावित रूप से किसी निर्माण परियोजना के दौरान), वहां:
- मिट्टी में दबी प्राचीन दीवारें, ईंटें, शिलालेख, मूर्तिकारी देखने को मिली
- प्रारंभिक जांच में यह मुगलकाल या उससे भी पूर्व की धरोहर मानी जा रही है
- अब ASI (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) और राज्य सरकार के संयुक्त सहयोग से आगे की खुदाई और संरक्षण की योजना बनाई जा रही है
📢 मुख्यमंत्री की प्राथमिकताएं
मुख्यमंत्री योगी अपने दौरों में आमतौर पर निम्न बातों पर ज़ोर देते हैं:
- “विकास + विरासत = समृद्ध उत्तर प्रदेश”
- प्रशासनिक अधिकारियों को सख्त हिदायत कि “जन योजनाओं का लाभ सीधे ज़मीन तक पहुंचे”
- कानून-व्यवस्था में ढिलाई न हो, माफियावाद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
🔍 निष्कर्ष
संभल जिले के लिए यह दौरा विकास और विरासत दोनों ही पहलुओं से ऐतिहासिक हो सकता है। एक तरफ ज़िले को करोड़ों की योजनाओं की सौगात मिल रही है, वहीं दूसरी ओर पुरातत्व की दृष्टि से नया धरोहर स्थल उजागर हुआ है, जिसे लेकर भविष्य में पर्यटन और संस्कृति संरक्षण की नई संभावनाएं खुल सकती हैं।