राजनीति
छत्तीसगढ़ की राजनीति में इन दिनों संभावित मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चल रही अटकलों के बीच प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने मीडिया से बातचीत में बड़ा और संतुलित बयान दिया।

उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा का बयान
- उन्होंने कहा – “कुछ न कुछ पद तो खाली होते ही हैं, जब ज़रूरत होगी, मुख्यमंत्री तय करेंगे।”
- उन्होंने स्पष्ट किया कि मंत्रिमंडल सुचारू रूप से काम कर रहा है और वर्तमान में शासन-प्रशासन की कार्यप्रणाली में कोई बाधा नहीं है।
- अपने व्यंग्यात्मक अंदाज़ में उन्होंने कहा – “इसमें इतनी छटपटाहट क्यों है? किसी को छटपटाने की आवश्यकता नहीं है।”
संदर्भ
- वर्तमान में छत्तीसगढ़ मंत्रिमंडल में कुछ पद रिक्त हैं, जिन्हें लेकर राजनीतिक गलियारों में संभावित विस्तार की चर्चाएं तेज हैं।
- राजनीतिक पर्यवेक्षकों के अनुसार, प्रदेश में क्षेत्रीय संतुलन, जातीय समीकरण और संगठनात्मक प्रतिनिधित्व को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री विस्तार का फैसला कर सकते हैं।
- हालांकि उपमुख्यमंत्री के बयान से यह संकेत मिलता है कि सरकार जल्दबाज़ी में कोई निर्णय नहीं लेने वाली है।

संदेश
- विजय शर्मा का बयान साफ करता है कि मंत्रिमंडल विस्तार पूरी तरह मुख्यमंत्री के विवेक पर निर्भर है और वर्तमान में कोई तत्काल कदम उठाने की संभावना नहीं दिख रही।
- यह भी दर्शाता है कि सरकार कामकाज की प्राथमिकताओं पर ध्यान केंद्रित कर रही है, न कि राजनीतिक दबाव में।