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भारतीय सेनाओं ने ड्रोन से मिसाइल लॉन्च की..

भारतीय स्टार्ट‑अप Newspace Research Technologies द्वारा विकसित यूएवी (पक्षी‑रहित हवाई वाहन) से मिसाइल लॉन्च करने की एक परीक्षण सफलतापूर्वक संपन्न हुई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसे देश की डिफेंस क्षमताओं के लिए “बड़ी उपलब्धि” बताया।

भारतीय स्टार्ट‑अप Newspace Research Technologies और DRDO ने मिलकर अत्याधुनिक तकनीक से ड्रोन‑लॉन्च मिसाइल का परीक्षण सफलतापूर्वक किया, जिसे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने “विकास में बड़ा मुकाम” करार दिया।


🚀 प्रमुख उपलब्धि: ULPGM‑V3 का सफल परीक्षण

📍 परिचालन व स्थान

  • ULPGM‑V3 (UAV Launched Precision Guided Missile‑V3) का परीक्षण आंध्र प्रदेश, कुर्नूल के National Open Area Range (NOAR) में किया गया है।
  • यह परीक्षण DRDO द्वारा संचालित किया गया था, जिसमें उड़ान परीक्षण व गाइडेंस सिस्टम की जांच शामिल थी।

🛸 ड्रोन और विकास प्रणाली

  • इस मिसाइल को Bengaluru आधारित स्टार्ट‑अप Newspace Research Technologies द्वारा विकसित UAV से लॉन्च किया गया।
  • परियोजना में Adani Defence, Bharat Dynamics Ltd. और करीब 30 MSMEs व स्टार्ट‑अप्स ने सहयोग दिया था ।

🎯 तकनीकी विशेषताएँ

  • Dual-channel seeker (IIR + RF) तकनीक से लैस, यह दिन और रात दोनों समय लक्ष्यों पर प्रहार करने में सक्षम है।
  • इसमें two-way datalink है, जो लॉन्च के बाद लक्ष्य बदलाव को अपडेट कर सकता है।
  • तीन modular warhead विकल्प—anti-armour, penetration-cum-blast, और pre-fragmentation—रहित इसे विभिन्न मिशन प्रोफ़ाइलों के अनुकूल बनाया गया 

📢 रक्षा मंत्री की प्रतिक्रिया

  • रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा: “This success proves that the Indian industry is now ready to absorb and produce critical defence technologies.”
    उन्होंने DRDO, start-ups और DcPPs को बधाई दी, और इसे देश की रक्षा क्षमताओं में बड़ा “मेजर बूस्ट” बताया ।

🌐 सामरिक और औद्योगिक प्रभाव

  • यह परीक्षण भारत की स्वदेशी रक्षा निर्माण (Make in India) पहल को मजबूती देता है और ड्रोन बॉर्डर स्ट्राइक क्षमता के लिए एक नया आयाम खोलता है।
  • राज्य सरकारें (जैसे आंध्र प्रदेश) अब रक्षा एवं एयरोस्पेस निर्माण हब बनने की दिशा में तेजी से काम कर रही हैं 

🧠 कौन-से अन्य सिस्टम हैं URUGV साथ?

सिस्टमनिर्मातातकनीकी क्षमता
ULPGM‑V3DRDO + Newspace Researchड्रोन से सटीक प्रहार, modular warheads
Rudrastra UAVSolar Aerospace, NagpurVTOL, 50 km mission radius, anti-personnel warhead, long endurance 
BhargavastraSolar GroupCounter-swarm micro-missiles, anti-drone रक्षा प्रणाली

🧭 निष्कर्ष

  • यह उड़ान परीक्षण ड्रोन संचालित मिसाइलों के भारत निर्मित स्थर की पुष्टि करता है, जिससे सीमा पार लक्ष्यों को कुशलता से निशाना बनाकर सैनिकों को जोखिम से बचाया जा सकता है।
  • DRDO और निजी क्षेत्र की साझेदारी ने यह सिद्ध कर दिया कि उत्तरदायित्वपूर्ण सैन्य तकनीक में ‘मेक इन इंडिया’ अब सिर्फ नारा नहीं, बल्कि वास्तविकता है।

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