छत्तीसगढ़
चैतन्य बघेल को ED की विशेष मजिस्ट्रेट की अदालत ने 5 दिन की रिमांड पर भेजा गया…

चैतन्य बघेल को ED की विशेष मजिस्ट्रेट की अदालत ने 5 दिन की रिमांड पर भेजा गया, जहां उन पर शराब घोटाले से जुड़ी मामले में मनी लॉन्ड्रिंग (PMLA) के तहत पूछताछ की जाएगी:

⚖️ 1. रिमांड
- विशेष PMLA अदालत ने चैतन्य बघेल से 5 दिनों की ED रिमांड स्वीकृति दी है
- ED ने 15 दिन की मांग की थी, लेकिन अदालत ने शुरुआत में 5 दिन की रिमांड निर्धारित की है ।
🕵️♂️ 2. पूछताछ के प्रमुख आयाम
- ED की पूछताछ में चैतन्य से ₹2,100 करोड़ शराब घोटाले से संबंधित सभी वित्तीय लेन-देन, प्रोसीड्स ऑफ क्राइम, और उसके फेर-बदल पर जानकारी मांगी जाएगी ।
- ED का आधिकारिक दावा है कि उन्होंने ताज़ा सबूत पाए हैं, जिसके आधार पर गिरफ्तारी और रिमांड मांगी गई ।
📅 3. प्रक्रिया और अगला कदम
- पांच दिन की हिरासत में ED द्वारा चैतन्य से पूछताछ की जाएगी ताकि प्रारंभिक सबूत इकट्ठा किए जा सकें।
- इस दौरान ED बैंकिंग रिकॉर्ड, फाइनेंस दस्तावेज, और रेड सूचीबद्ध व्यक्तियों से जुड़े लेन-देन की विस्तार से जांच करेगी।
- पांच दिन बाद अगले चरण की मांग के आधार पर रिमांड बढ़ने या जमानत याचिका, चार्जशीट दाखिल करने जैसी कार्रवाई आगे बढ़ेगी।
✊ 4. राजनीतिक प्रतिक्रिया
- अदालत परिसर के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया, और ED कार्यालय के बाहर भी विरोध देखे गए ।
- भूपेश बघेल और विधायक अदालत पहुंचे—उनकी उपस्थिति राजनीतिक समर्थन और एकजुटता का संदेश है
🧭 5. निष्कर्ष और आगे का रुख
- पांच दिन की ED हिरासत बुलंद राजनीतिक और कानूनी मुकाबले की शुरुआत है।
- यह निगरानी करेगी कि ED संशोधन या नए सबूत लाता है या रिमांड बढ़ाने का निर्णय करता है।
- कांग्रेस का ध्यान बहुत व्यापक राजनीतिकरण की ओर, जबकि ED कह रही है कि यह पारदर्शी कानूनी कार्रवाई है।
यह मामला आगामी राजनीतिक, विधायी और न्यायिक बहसों में बड़ा स्थान रखेगा क्योंकि निकट भविष्य में, ED की जांच, कांग्रेस का प्रतिरोध, और अदालतों का निर्णय इन सब पर निर्भर करता है।