भ्रष्टाचार और कामकाज में पारदर्शिता की कमी को लेकर नाराज़गी जाहिर की

भाजपा महिला मोर्चा कुशीनगर की जिला उपाध्यक्ष नूतन दुबे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह खुले मंच से अपनी ही सरकार पर सवाल उठा रही हैं। उन्होंने भ्रष्टाचार और कामकाज में पारदर्शिता की कमी को लेकर नाराज़गी जाहिर की है, जिससे भाजपा संगठन और प्रशासन दोनों में हलचल मच गई है।

🎥 वायरल वीडियो में क्या कहा नूतन दुबे ने?
वीडियो में नूतन दुबे ने साफ शब्दों में कहा:
“इस सरकार में किसी भी ऑफिस में बिना पैसे दिए कोई काम नहीं होता है।
आज भी लोगों को चक्कर लगाने पड़ते हैं, योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा, और अधिकारी सुनते नहीं।”
🧩 मुख्य बातें जो उन्होंने उठाईं:
- 🏢 प्रशासनिक भ्रष्टाचार
- सरकारी दफ्तरों में रिश्वत के बिना काम न होने की बात की गई।
- 🧓 जन योजनाओं में अनदेखी
- लाभार्थियों को प्रधानमंत्री आवास, विधवा पेंशन, शौचालय, राशन कार्ड जैसी योजनाओं के लिए बार-बार कार्यालयों के चक्कर काटने पड़ते हैं।
- 🤐 जनप्रतिनिधियों की अनदेखी
- उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन पार्टी नेताओं तक की सुनवाई नहीं करता, तो आम जनता का क्या हाल होगा।
- 🙍♀️ महिला कार्यकर्ताओं की उपेक्षा
- महिला मोर्चा की सक्रिय कार्यकर्ताओं की समस्याओं को भी नजरअंदाज किए जाने पर नाराजगी।
🔥 सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया:
- वीडियो वायरल होते ही राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई।
- विपक्षी दलों ने इसे मुद्दा बनाते हुए कहा कि: “जब भाजपा की अपनी महिला नेता ही सरकार को भ्रष्ट कह रही हैं, तो स्थिति कितनी गंभीर होगी।”
- कई भाजपा कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों ने भी इस बयान को सच बताया, और तंत्र की सफाई की मांग की।
🗣️ पार्टी और प्रशासन की प्रतिक्रिया:
अब तक:
- भाजपा के जिला नेतृत्व ने इस वीडियो को ‘व्यक्तिगत बयान’ बताया है और कहा कि वे मामले की जांच करेंगे।
- कुछ नेताओं ने बात को राजनीतिक साजिश बताकर नकारा, जबकि कुछ ने अंदरूनी आत्मविश्लेषण की जरूरत जताई।
📌 निष्कर्ष:
नूतन दुबे का यह बयान भाजपा के लिए चुनावी वर्ष में असहज स्थिति पैदा कर सकता है, खासकर जब पार्टी “सुशासन और भ्रष्टाचार-मुक्त शासन” के दावे के साथ आगे बढ़ रही है। इस प्रकरण ने सत्ताधारी दल के भीतर असंतोष और जमीनी हकीकत को उजागर करने का काम किया है।