“हरित छत्तीसगढ़ स्वच्छ छत्तीसगढ़” के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है -मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय…..

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने और हरित पहल को सशक्त करने के उद्देश्य से नवीन विधानसभा परिसर में वृक्षारोपण (पौधरोपण) किया। यह आयोजन “हरित छत्तीसगढ़ – स्वच्छ छत्तीसगढ़” के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

🌳 कार्यक्रम का उद्देश्य:
- विधानसभा जैसे महत्वपूर्ण संस्थानिक स्थल को हरित और पर्यावरण के अनुकूल बनाना।
- राज्य में जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और जनता के बीच पर्यावरण के प्रति जागरूकता का संदेश देना।
- जलवायु परिवर्तन, वायु प्रदूषण और वन संरक्षण जैसे मुद्दों के प्रति सरकार की गंभीरता को दर्शाना।
🌱 मुख्यमंत्री का संदेश:
मुख्यमंत्री श्री साय ने पौधरोपण के दौरान कहा:
“वृक्ष केवल ऑक्सीजन के स्रोत नहीं, बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए जीवनदायिनी धरोहर हैं। हमें अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए अधिकाधिक पौधे लगाने चाहिए, ताकि छत्तीसगढ़ आने वाले वर्षों में एक हरित मॉडल राज्य के रूप में स्थापित हो सके।”
🌿 कार्यक्रम की मुख्य बातें:
- मुख्यमंत्री ने औषधीय एवं छायादार पौधे लगाए, जैसे – पीपल, नीम, अर्जुन इत्यादि।
- विधानसभा परिसर के अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी कार्यक्रम में सहभागिता की।
- वृक्षों के नियमित संरक्षण और देखरेख के लिए एक निगरानी समिति गठित करने की घोषणा की गई।
- कार्यक्रम में पर्यावरण विशेषज्ञों, वन विभाग के अधिकारियों और स्कूली छात्रों की भी उपस्थिति रही।
🔶 इसके पीछे की सोच:
- पर्यावरण संरक्षण को सिर्फ जन आंदोलन नहीं, बल्कि राजनीतिक-संस्थागत जिम्मेदारी भी बनाना।
- आने वाले समय में राज्य के अन्य शासकीय परिसरों, स्कूलों और कार्यालयों में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने की योजना है।
- पौधरोपण को एक बार की रस्म नहीं, बल्कि सतत जीवनशैली का हिस्सा बनाने का संकल्प।
✅ व्यापक संदेश:
इस पौधरोपण कार्यक्रम ने यह संदेश दिया कि —
विकास और पर्यावरण संतुलन एक-दूसरे के विरोधी नहीं, बल्कि पूरक हैं।
मुख्यमंत्री की यह पहल ना केवल राजनीतिक नेतृत्व का हरित उदाहरण है, बल्कि यह राज्य के नागरिकों को प्रकृति से जुड़ने और उसे संरक्षित करने की प्रेरणा भी देती है।