छत्तीसगढ़
भ्रष्टाचार‑रोधी कार्यवाहियों में छत्तीसगढ़ सरकार ने अब तक सबसे बड़ी और निर्णायक कार्रवाई…

1. आबकारी विभाग में अभूतपूर्व कार्रवाई
- 22 आबकारी अधिकारियों की निलंबन: 2019–2023 के दौरान शराब घोटाले में लगभग ₹88 करोड़ की अवैध कमाई के आरोप में, मुख्यमंत्री ने 29 आरोपितों में से 22 को तत्काल सस्पेंड करने का निर्देश जारी किया—जिसे राज्य इतिहास की सबसे बड़ी भ्रष्टाचार-रोधी कार्रवाई कहा जा रहा है
2. ‘भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस’ की नीति

- ‘सुशासन तिहार’ अभियान के दौरान किताब निगम के महाप्रबंधक को निलंबित करने जैसे अन्य मामलों में भी सख्त रुख अपनाया गया है
- कोल परमिट प्रक्रिया को ऑनलाइन लाया गया है ताकि भ्रष्टाचार के पुराने ऑफ़लाइन टेंडर प्रणाली में बदलाव के चलते पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके।
3. अन्य भ्रष्टाचार जांच मामलों में कार्रवाई
- CGPSC भर्ती घोटाले, DMF फंड दुरुपयोग, और भारतमाला परियोजना में मुआवजा भ्रष्टाचार जैसे संगीन मामलों में भी सख्त जांच प्रारंभ—जिनमें अधिकारियों की गिरफ्तारी, निलंबन और ED/ACB द्वारा छापेमारी शामिल हैं ।
🎯 नतीजे और उनकी अहमियत
- इतिहास में सबसे बड़ी आबकारी कार्रवाई: ₹ 3200 करोड़ शराब घोटाले का खुलासा और 22 निलंबन।
- बहुआयामी भ्रष्टाचार विरोधी रणनीति: न केवल आबकारी विभाग, बल्कि भर्ती, परीक्षा, पढ़ाई की किताबों, कोयला परमिट, योजना मुआवजा जैसी गुंजाइश वाले क्षेत्रों में व्यापक दृष्टिकोण।
- डिजिटल सुधार–घोटाले पर नियंत्रण: ऑनलाइन संप्रेषण प्रणाली को केंद्र में रखकर भ्रष्टाचार को रोकने की केंद्रित कोशिश।