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मोनालिसा की नई फिल्म का ऐलान

मनोरंजन l निर्देशक सनोज़ मिश्रा ने जेल से छूटने के बाद महेश्वर जाकर मोनालिसा की नई फिल्म द डायरी ऑफ मणिपुर की शूटिंग के आरंभ की घोषणा की — उन्होंने कहा कि मोनालिसा ने कम समय में रिकॉर्ड तोड़ मेहनत की है!

भूमिका और कंट्रैक्ट ✅
- वह The Diary of Manipur में आर्मी ऑफिसर की बेटी के मुख्य किरदार में कास्ट की गई हैं; यह उनका बॉलीवुड डेब्यू है ।
- फिल्म के निर्देशक-सहित लेखक सनोज मिश्रा ने महेश्वर जाकर मोनालिसा के पिता से बातचीत की, और साइनिंग पूरी की—उनके पिता जय सिंह भोंसले ने फिल्म में उनकी मंजूरी दी ।
💰 2. बजट, शूटिंग और टाइमलाइन
- परियोजना का बजट करीब ₹20 करोड़ है ।
- फिल्म की शूटिंग फरवरी 2025 में शुरू हुई, और मोनालिसा की हिस्सेदारी का शेड्यूल संभवतः मार्च–अप्रैल 2025 में चलेगा।
- लोकेशन: मणिपुर (इंफाल सहित), दिल्ली, और लंदन; वयस्क भूमिका तैयार करने के लिए उन्हें मुंबई में ट्रेनिंग भी दी जाएगी।
🌍 3. चरित्र और विषय
- उनकी भूमिका एक आर्मी ऑफिसर की बेटी की है, जो मणिपुर में व्याप्त हिंसा की पृष्ठभूमि में एक प्रेम कहानी और संघर्ष के बीच फंसी है ।
- निर्देशक सनोज मिश्रा चाहते हैं कि यह फिल्म मणिपुरी सामाजिक–राजनैतिक मुद्दों को संवेदनशील तरीके से दिखाए ।
🎭 4. मोनालिसा की तैयारी
- इसके लिए उन्हें फिल्म-धर्म की बुनियादी ट्रेनिंग दी जाएगी; बताया गया है कि एक वर्कशॉप में वह मैकेअप, डायलॉग डिलीवरी, कैमरा फ्रंटेशन जैसी तैयारियां करेंगी ।
- असिस्टेंट डायरेक्टर की देख-रेख में वे मुंबई रवाना हो चुकी हैं, और सुरक्षा की जिम्मेदारी स्थानीय थाना इंचार्ज को दी गई है ।
🚨 5. विवाद और कानूनी पृष्ठभूमि
- हालाँकि सनोज मिश्रा इस दौरान कुछ विवादों का सामना कर रहे थे—जिसमें FIR दर्ज होना और ग़ाज़ियाबाद में गिरफ्तारी भी शामिल है—लेकिन The Diary of Manipur की घोषणा और मोनालिसा की भूमिका तब भी जारी रही ।
- निर्माता दृढ़ हैं कि यह फिल्म मोनालिसा की सकारात्मक छवि और उनके कुलीन बंजारा संस्कृति को प्रदर्शित करने का माध्यम है ।
🗓️ 6. रिलीज योजना
- फिल्म अक्टूबर 2025 में थिएट्रिकल रिलीज के लिए शेड्यूल की गई है ।
✅ संक्षेप में
The Diary of Manipur मोनालिसा के करियर की एक बड़ी छलांग है—एक छोटे समुदाय से उठकर बड़े परदे पर उनके सफर का आरंभ। निर्देशक सनोज मिश्रा का विज़न उन्हें फिल्म-विद्या सिखाने और उनकी सादगी को सेलिब्रेट करने में स्पष्ट है, बावजूद इसके कि परियोजना के पीछे कुछ कानूनी उथल-पुथल रही। यह समझदारी भरा कदम है, जो मोनालिसा और उनकी संस्कृति को देश-वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने का अवसर देता है।