रजिस्ट्री के गवाहों को अपहरण कांड का आरोपी बनाने का आरोप..

मंदसौर ज़िले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां वायडी नगर थाना क्षेत्र की मुल्तानपुरा चौकी के प्रभारी कपिल सौराष्ट्र पर झूठा आपराधिक मामला दर्ज करने के गंभीर आरोप लगे हैं।
मुल्तानपुरा चौकी प्रभारी पर झूठा केस दर्ज करने के आरोप..
परिजन बोले—पुलिस कर रही अन्याय
डिप्टी सीएम से पीड़ित पक्ष ने की मुलाक़ात,मामले से कराया अवगत
नूर कॉलोनी, मंदसौर निवासी ज़ाकिर हुसैन ने गुरुवार को प्रदेश के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और उज्जैन आईजी को एक लिखित शिकायत सौंपी है। शिकायत में उन्होंने बताया कि उनके बेटे मोईन हुसैन ने 3 मार्च 2025 को एक कृषि भूमि की रजिस्ट्री में केवल गवाह के तौर पर हस्ताक्षर किए थे। यह रजिस्ट्री विधिवत ज़िला पंजीयन कार्यालय में संपन्न हुई थी, जिसमें पूरी राशि नगद और चेक के माध्यम से चुकाई गई थी।

लेकिन दो महीने बाद, ज़मीन विक्रेता ने पारिवारिक दबाव में आकर खरीदार के खिलाफ फर्जी शिकायत दर्ज करा दी। परिजनों का आरोप है कि चौकी प्रभारी कपिल सौराष्ट्र ने बिना खरीदार, सर्विस प्रोवाइडर और रजिस्ट्री कार्यालय से पूछताछ किए सीधे गवाह मोईन हुसैन और मुज़फ़्फ़र सुन्नी को अपहरण जैसे संगीन मामले में फंसा दिया।
पीड़ित पक्ष का कहना है कि यह पुलिस द्वारा की गई मनमानी और पद का दुरुपयोग है। जब रजिस्ट्री की प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल और सरकारी कार्यालय में पारदर्शिता से हुई, तो फिर गवाहों को आरोपी बनाना कहां तक उचित है?
परिजनों ने मामले की निष्पक्ष जांच किसी वरिष्ठ अधिकारी से कराने, झूठे मुकदमे को समाप्त करने और निर्दोष गवाहों को न्याय दिलाने की मांग की है। इसके साथ ही, फर्जी रिपोर्ट दर्ज करने वालों पर भी आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की गई है।
वहीं, इस मामले में उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में आया है। उन्होंने पीड़ित पक्ष को एसपी से मिलने की सलाह दी है और कहा है कि यदि आवश्यक हुआ तो उच्च स्तर पर भी जांच कराई जाएगी।

