ग्वालियर में लोक स्वास्थ्य मंत्री पर रेस्टोरेंट में गुंडई का आरोप चैंबर ऑफ कॉमर्स ने मांगा इस्तीफा…

ग्वालियर लोक स्वास्थ्य राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पाटिल पर रेस्टोरेंट में दबंगई और मारपीट के गंभीर आरोप लगे हैं रेस्टोरेंट संचालक के साथ हाथापाई, गाली-गलौच और नशे में हंगामे की ये घटना कैमरे में कैद हो गई है.

ग्वालियर प्रवास के दौरान मंत्री पाटिल अपने गार्ड्स और समर्थकों के साथ पहुंचे क्वालिटी रेस्टोरेंट में मंत्री के लिए पहले से बुक थी एक टेबल—लेकिन वह थी फर्स्ट फ्लोर पर भूख से बेहाल मंत्री को ग्राउंड फ्लोर पर टेबल न मिलने पर गुस्सा आ गया।
गुस्से में आकर मंत्री ने बुला ली पुलिस और खाद्य विभाग की टीम खुद पहुंचे किचन में करवाया निरीक्षण और दिए खाने के सैंपल लेने के निर्देश.
रेस्टोरेंट संचालक कमल अरोरा ने कई बार हाथ जोड़कर मंत्री का गुस्सा शांत करने की कोशिश की लेकिन मंत्री के गार्ड्स ने उन्हें धक्का मारकर पीछे कर दिया यह पूरी घटना सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गई.
जैसे ही मामले की खबर फैली चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष और व्यापारी नेता मौके पर पहुंचे मंत्री पर शराब के नशे में अभद्र व्यवहार, मारपीट और सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करने के आरोप लगाए गए हैं.
व्यापारियों ने मंत्री के खिलाफ थाना में आवेदन देने का ऐलान किया है चैंबर ने चेतावनी दी है कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो प्रदेश व्यापी आंदोलन होगा
वहीं खाद्य विभाग की अधिकारी का कहना है कि यह एक रूटीन जांच थी दूसरी ओर मंत्री नरेंद्र शिवाजी पाटिल ने सभी आरोपों को नकारते हुए कहा है कि यह सब राजनीति से प्रेरित और झूठे हैं.
क्या मंत्री पर लगे ये आरोप महज एक सियासी विवाद हैं या वाकई ग्वालियर में सत्ता के नशे में ताकत का दुरुपयोग हुआ है? जनता और व्यापारियों की नाराज़गी साफ दिखाई दे रही है। अब देखना ये है कि मोहन सरकार इस पर क्या रुख अपनाती है।