
कारोबार l भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार (15 अप्रैल) को लगातार दूसरे दिन तेजी देखने को मिली. वहीं, अमेरिकी शेयर बाजार में भी मंगलवार को तेजी दिख रही है. खबर लिखे जाने तक अमेरिका में नैस्डैक में 0.15 फीसदी, एसएंडपी500 में 0.13 फीसदी और डाउ जोंस में 0.28 फीसदी की तेजी दिख रही है. अमेरिकी बाजार में तेजी से उम्मीद लगाई जा रही है कि बुधवार (16 अप्रैल) को भारतीय बाजार में भी मजबूती दिख सकती है.
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, ग्लोबल इन्वेस्टर्स भारतीय बाजारों को तुलनात्मक रूप से सेफ मान रहे हैं, जबकि ट्रंप टैरिफ की वजह से ग्लोबल अस्थिरता बनी हुई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि 1.4 अरब से ज्यादा की आबादी और बड़े डोमेस्टिक इनेवेसटर्स के साथ भारतीय बाजारों में संभावित ग्लोबल मंदी का सामना करने की बेहतर क्षमता है. ब्लूमबर्ग से बात करते हुए ग्लोबल सीआईओ ऑफिस के सीईओ गैरी डुगन ने कहा, “हम अपने पोर्टफोलियो में भारत को ज्यादा महत्व दे रहे हैं.” उन्होंने आगे बताया कि भारत की घरेलू ग्रोथ मजबूत है और चीन से सप्लाई चेन हटने की संभावना भारत को एक सुरक्षित निवेश विकल्प बनाती है.
भारतीय शेयर बाजार मंगलवार के कारोबारी सत्र में बड़ी तेजी के साथ बंद हुआ. कारोबार के अंत में सेंसेक्स 1577.63 अंक यानी 2.10 फीसदी की बढ़त के साथ 76,734.89 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं निफ्टी 500.00 अंक यानी 2.19 फीसदी की बढ़त के साथ 23328.55 के लेवल पर क्लोज हुआ.

भारत का शेयर बाजार दुनिया का पहला ऐसा बाजार बन गया है जिसने डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी की वजह से हुए सारे नुकसान को पूरा कर लिया है. जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कुछ देशों पर टैरिफ लगाने का ऐलान किया था, तो भारत समेत दुनिया के कई शेयर बाजारों में गिरावट आई थी. लेकिन अंबेडकर जयंती की छुट्टी के बाद जब मंगलवार (15 अप्रैल) को बाजार दोबारा खुला, तो लोगों ने जमकर खरीदारी की और यह फिर उसी लेवल पर पहुंच गया, जहां यह 2 अप्रैल को था. बता दें कि 2 अप्रैल को ही ट्रंप ने टैरिफ का ऐलान किया था.