विनेश और बजरंग ने ज्वाइन की कांग्रेस, लेकिन साक्षी मलिक ने राजनीति में क्यों नहीं ली एंट्री? जानिए पूर्व महिला रेसलर का जवाब
Sakshi Malik in Politics: हरियाणा में इस वक्त चुनावी हलचल तेज हो गई हैं। यहां 5 अक्तूबर को मतदान होगा। नतीजे जम्मू कश्मीर के साथ 8 अक्तूबर को आएंगे। चुनाव की तारीखों के एलान के बाद सभी दल चुनाव मैदान में उतर चुके हैं। इस बीच पूर्व महिला पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया छह सितंबर यानी शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। इस बीच भाजपा के पूर्व सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के तत्कालीन प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में इन पहलवानों का साथ देने वाली पूर्व पहलवान और रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक का बयान सामने आया है।
साक्षी मलिक ने साथी ओलंपियन बजरंग पुनिया और विनेश फोगट की तरह राजनीति में शामिल होने की खबरों को खारिज कर दिया है और कहा है कि उनका ध्यान भारत को खेलों में नंबर 1 बनाने पर है. साक्षी ने एक्स, पूर्व में ट्विटर, पर एक पोस्ट में लिखा, “मैं अपने सभी मीडिया मित्रों को सूचित करना चाहती हूं कि मैं चुनाव नहीं लड़ रही हूं, न ही मैं किसी राजनीतिक दल से जुड़ी हूं. मेरा पूरा ध्यान भारत को खेलों में नंबर 1 बनाने पर है. मेरा सपना है कि भारत को कम से कम 50 ओलंपिक पदक मिलें. देश ने मुझे बहुत कुछ दिया है और मेरा जीवन देश को समर्पित है.”
उन्होंने पोस्ट में आगे लिखा है, “मैं देश भर में बच्चों को मुफ्त खेल प्रशिक्षण प्रदान करने और कुश्ती को हर घर तक ले जाने के मिशन पर काम करूंगी. मैं हर शहर में अच्छी खेल सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए काम करूंगी.
यह उन दोनों का पर्सनल च्वाइस
बता दें कि इससे पहले विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया naga788 के राजनीति में जाने पर साक्षी मलिक ने कहा कि ‘पार्टी ज्वाइन करने का यह उन दोनों का पर्सनल च्वाइस है. मुझे लगता है कि हम सबको बलिदान करना चाहिए. हमारा विरोध और महिलाओं के लिए हमलोगों के संघर्ष पर गलत छाप नहीं पड़नी चाहिए. मेरी तरफ से यह विरोध लगातार जारी रहेगा.’
‘मुझे भी मिला था ऑफर’
साक्षी मलिक ने इससे पहले यह भी कहा था कि राजनीतिक दलों की ओर से मुझे भी ऑफर मिला था. साक्षी ने कहा, ‘मुझे भी प्रस्ताव (राजनीतिक दलों की ओर से) मिला था, लेकिन मैंने जिस चीज की शुरुआत की है, उसे अंत तक देखना चाहती हूं. जब तक WFI को पूरी तरह से साफ नहीं किया जाता है और महिलाओं के शोषण को खत्म नहीं किया जाता है, मेरी लड़ाई जारी रहेगी. इस संघर्ष में सच्चाई और शुद्धता है, इसलिए यह जारी रहेगी.’