विश्व आदिवासी दिवस पर देशभर में जनजातीय संस्कृति का उत्सव

9 अगस्त को पूरे देश में विश्व आदिवासी दिवस, बड़े उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। इस दिन का उद्देश्य आदिवासी समुदायों की अनूठी संस्कृति, परंपराओं, भाषाओं और उनके अधिकारों के संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना है।

झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, ओडिशा, गुजरात और उत्तर-पूर्वी राज्यों में इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम, नृत्य-गीत, पारंपरिक वेशभूषा प्रदर्शन और जनजातीय कला-कौशल की प्रदर्शनी आयोजित की गई। कई जगहों पर जनजातीय नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आदिवासी अधिकार, वन भूमि संरक्षण और शिक्षा-स्वास्थ्य सुविधाओं पर जोर देने की मांग की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने इस अवसर पर ट्वीट कर आदिवासी भाइयों-बहनों को शुभकामनाएं दीं और उनके योगदान को देश की सांस्कृतिक धरोहर का अभिन्न हिस्सा बताया।
संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 1994 में घोषित यह दिवस हर साल 9 अगस्त को मनाया जाता है, ताकि विश्वभर के आदिवासी समुदायों के अधिकारों की रक्षा और उनकी पारंपरिक ज्ञान प्रणालियों के महत्व को रेखांकित किया जा सके।