छत्तीसगढ़

“दुर्ग-बिलासपुर में अगले दो दिन शीतलहर का अलर्ट, रायपुर में सुबह छाएगी धुंध”

  • मौसम विभाग (IMD / Raipur मेट सेंटर) ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों — खासकर दुर्ग, बिलासपुर, सरगुजा और रायपुर संभाग के कुछ पॉकेट — में अगले 1–2 दिन (11–12 दिसंबर 2025) तक शीत लहर के प्रभाव रहने की संभावना है।।

रायपुर का लोकल फोरकास्ट (12 दिसंबर 2025)

  • रायपुर में सुबह धुंध/कुहासा छाया रहेगा और दिन में मौसम शुष्क बना रहेगा। IMD/स्थानीय पूर्वानुमान के अनुसार अधिकतम ~28–29°C और न्यूनतम ~11–13°C (रात/सुबह) के आसपास रहने का अनुमान है — यानी सुबह सर्द और कुछ हद तक कोहरे वाले हालात।

पिछले 24 घंटे में क्या मापा गया (ताज़ा माप)

  • रिपोर्टों में कहा गया कि प्रदेश में सबसे अधिक दिन का तापमान ~30.2°C (दुर्ग) दर्ज हुआ जबकि सबसे कम न्यूनतम ~4.9–5.0°C (अंबिकापुर/किसी स्टेशनों पर) दर्ज किया गया — यह दिखाता है कि रात में कुछ इलाकों में काफ़ी ठंड पड़ रही है।

वजह (क्यों शीत लहर और धुंध)

  • उत्तर-पश्चिमी हवाएँ और शुष्क मौसम के कारण ठंडी हवाएँ प्रदेश में उतर रही हैं — इससे रात का तापमान नीचे जाता है और सुबह के समय हवा कम चलने पर धुंध/कोहरा बन जाता है। IMD ने इसी प्रकार की पश्चिमी/उत्तर-पश्चिमी सिस्टेम की वजह से ठंड और घनी धुंध की चेतावनी जारी की है।

किन जिलों/जगहों पर खास ध्यान चाहिए

  • प्रभावित संभाग (रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, सरगुजा) के आद्र/घने बस्तियों, घाटी/निचले इलाके, और खेती के खुले इलाके में ठंड और शीत लहर ज़्यादा महसूस होगी। रात-और-प्रात:कालीन तापमान मुख्यतः इन जगहों पर सबसे निचला रहेगा।

असर — क्या प्रभावित हो सकता है

  • स्वास्थ्य: बुज़ुर्ग, बच्चे और श्वास-रोग वाले लोगों को सर्दी, खांसी, अस्थमा अटैक और संक्रमण का ख़तरा बढ़ सकता है।
  • यातायात: सुबह के समय धुंध से विजिबिलिटी कम होगी — सड़क और हवाई मार्ग पर देरी/रद्दीकरण की संभावना।
  • कृषि/पशुपालन: खुले फसलों और नवजात पशु/पालतु जानवरों की सुरक्षा पर असर पड़ सकता है।

रोज़मर्रा के व्यावहारिक सुझाव (क्या करें)

  1. सुबह-शाम बाहर निकलते समय मल्टी-लेयर कपड़े, टोपी और दस्ताने रखें — सुबह के तापमान में तेज़ गिरावट रहती है।
  2. घर पर बुज़ुर्ग/बच्चों के पास गर्म पेय और अच्छी कंबल/कवर की व्यवस्था रखें।
  3. अगर सुबह धुंध है तो ड्राइव करते समय स्पीड कम रखें, हैज़र्ड लाइट्स (फ़ॉग लैंप) का प्रयोग करें और ब्रेकिंग दूरी बढ़ाएँ।
  4. खेत में संवेदनशील फसलों के पास कम्पोस्ट/सिंगल-लेयर कवर या कम्बल जैसी शीट्स से हल्की प्रोटेक्शन दे सकते हैं; नवजात पशुओं को गर्म और सूखे स्थान पर रखें।
  5. श्वसन या हृदय की बीमारी वाले लोग अपने दवाइयों का स्टॉक साथ रखें और स्थिति बिगड़ने पर डॉक्टर से संपर्क करें।

कहाँ से अपडेट लें (विश्वसनीय स्रोत)

  • IMD (मौसम विभाग) के स्थानीय चेतावनी/सब-डिवीजन पेज और Raipur Meteorological Centre के प्रेस नोट — ये आधिकारिक अलर्ट जारी करते हैं।
  • लोकल समाचार (राज्य न्यूज़) और मौसम वेबसाइटें (Timeanddate / AccuWeather / Ventusky) भी घंटे-दर-घंटे अपडेट देती हैं।

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