ज्योति मल्होत्रा केस: 14 दिन और बढ़ी न्यायिक हिरासत…

जासूसी के आरोप में गिरफ्तार ज्योति मल्होत्रा को फिलहाल कोई राहत नहीं मिली है। हिसार की अदालत ने उनकी न्यायिक हिरासत 14 दिनों के लिए और बढ़ा दी है, और अगली सुनवाई 7 जुलाई 2025 को निर्धारित की गई है।

गिरफ्तारी की तारीख: 16 मई 2025
जगह: न्यू अग्रसेन एक्सटेंशन, हिसार
चैनल: Travel With Jeo
मामला दर्ज: सरकारी गोपनीयता अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता के अंतर्गत
जमानत: 9 जून को याचिका खारिज
अब तक की स्थिति: कुल 9 दिन की पुलिस हिरासत + दो बार न्यायिक हिरासत बढ़ाई गई
पुलिस के दावे — परत-दर-परत खुल रही कहानी
ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तान उच्चायोग के कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ ‘दानिश’ के संपर्क में थी, जिसे 13 मई को भारत से निष्कासित किया गया।
पुलिस का दावा है कि वह कुछ संदिग्ध एजेंटों से संपर्क में थी, जानते हुए कि वे पाकिस्तानी खुफिया एजेंट हैं।
हालांकि, अभी तक ऐसा कोई सबूत नहीं मिला कि ज्योति को सीधे सैन्य या रक्षा जानकारी तक पहुंच हासिल थी।
जासूसी या डिजिटल ट्रैप?
कई विशेषज्ञों का मानना है कि यह मामला सोशल इंजीनियरिंग का उदाहरण हो सकता है, जहां डिजिटल माध्यमों से टारगेट को धीरे-धीरे संवेदनशील जानकारी की ओर धकेला जाता है।
सवाल जो अब भी बाकी हैं:
क्या ज्योति मल्होत्रा को गुमराह कर जाल में फंसाया गया?
क्या वह सच में जानती थी कि जिससे बात कर रही है वह ISI से जुड़ा है?
पुलिस के पास जासूसी का ठोस सबूत है या यह एक डिजिटल भ्रमजाल का केस है?