छत्तीसगढ़ विधानसभा में संसद की तर्ज पर गूंजेगा ‘वंदे मातरम’, शीत सत्र की अवधि बढ़ी—अब 19 दिसंबर तक चलेगा सत्र

छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीत सत्र को लेकर एक अहम फैसला लिया गया है। अब संसद की तर्ज पर विधानसभा में भी ‘वंदे मातरम’ का गान गूंजेगा। इसके साथ ही शीत सत्र की अवधि को बढ़ाते हुए अब सत्र 19 दिसंबर तक चलाया जाएगा।

विधानसभा सूत्रों के अनुसार, सदन की कार्यवाही से पहले ‘वंदे मातरम’ का सामूहिक गान किया जाएगा। इस फैसले को राष्ट्रीय भावना और संवैधानिक मूल्यों को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
वहीं, सत्र की अवधि बढ़ाए जाने से सरकार और विपक्ष दोनों को अधिक समय तक चर्चा का अवसर मिलेगा। बढ़े हुए सत्र में विकास, कानून-व्यवस्था, जनकल्याणकारी योजनाओं और प्रदेश से जुड़े अहम मुद्दों पर गहन बहस होने की संभावना है।
शीत सत्र के दौरान सरकार की ओर से कई महत्वपूर्ण विधेयक और प्रस्ताव पेश किए जा सकते हैं, जबकि विपक्ष जनहित से जुड़े सवालों को सदन में उठाने की तैयारी में है। सत्र बढ़ने से विधानसभा की कार्यवाही और ज्यादा प्रभावी और व्यापक होने की उम्मीद जताई जा रही है।
कुल मिलाकर, ‘वंदे मातरम’ के साथ सदन की शुरुआत और सत्र की अवधि बढ़ाने का फैसला छत्तीसगढ़ विधानसभा के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ता नजर आ रहा है।



