छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ राज्योत्सव 2025 का दूसरा दिन ,रात 9 बजे से आदित्य नारायण का लाइव कॉन्सर्ट

छत्तीसगढ़ राज्योत्सव 2025 का दूसरा दिन (2 नवंबर) पूरी तरह संगीत, लोक संस्कृति और बॉलीवुड की झलक से सराबोर रहने वाला है। नवा रायपुर स्थित उदयाम समारोह स्थल में आज शाम से यह उत्सव चरम पर रहेगा। नीचे आज के कार्यक्रमों का पूरा विस्तृत विवरण दिया गया है —
🎭 शाम के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रूपरेखा (2 नवंबर 2025)
📍 स्थान: नवा रायपुर, उदयाम समारोह स्थल
🕕 समय: शाम 6:30 बजे से प्रारंभ.

🪘 1️⃣ उद्घाटन प्रस्तुति — पद्मश्री डोमार सिंह कंवर एवं दल
- प्रस्तुति: केवट नाचा (छत्तीसगढ़ का पारंपरिक लोक नृत्य)
- विशेषता: यह लोकनृत्य भगवान राम और केवट के संवाद पर आधारित है — जिसमें छत्तीसगढ़ी भाषा, अभिनय और लोकसंगीत का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा।
- मुख्य आकर्षण: डोमार सिंह कंवर, जिन्हें छत्तीसगढ़ की लोककला को राष्ट्रीय मंच तक पहुंचाने के लिए पद्मश्री सम्मान मिला है।
🎶 2️⃣ रंग झाझर दल की प्रस्तुति
- झाझर लोकगीत छत्तीसगढ़ की लोक परंपरा का जीवंत हिस्सा हैं।
- पारंपरिक वाद्ययंत्रों (मृदंग, ढोलक, मांगलिक झांझ) के साथ यह दल लोकगीतों की धुनों पर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर देगा।
🎤 3️⃣ सोनहा बादर समूह
- छत्तीसगढ़ी लोकगीतों में प्रेम, वर्षा, और ग्रामीण जीवन की खुशबू को समेटे प्रस्तुति।
- समूह की महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में लोकनृत्य प्रस्तुत करेंगी।
🎸 4️⃣ चिन्हारी — द गर्ल्स बैंड (रायपुर)
- यह महिला संगीतकारों का बैंड है जो आधुनिक संगीत और छत्तीसगढ़ी लोकसुरों का मेल करता है।
- इनके साथ मंच पर लोकगायक सुनील तिवारी और जयश्री नायर की जुगलबंदी होगी।
- प्रस्तुति में “अरपा पैरी के धार”, “छइहां गे मया” जैसे लोकप्रिय गीतों की झंकार के साथ पश्चिमी गिटार और तबले का मिश्रण सुनाई देगा।
🎤 5️⃣ रात 9 बजे से — आदित्य नारायण का लाइव कॉन्सर्ट
- बॉलीवुड के प्रसिद्ध पार्श्व गायक आदित्य नारायण मंच पर धमाकेदार प्रस्तुति देंगे।
- वे अपने लोकप्रिय गानों जैसे —
🎵 “ततड़ ततड़” (रामलीला)
🎵 “ज़िंदगी मिल के बिताएंगे”
🎵 “छोटे छोटे पैग”
🎵 “ओ धारिया ओ धारिया” (छत्तीसगढ़ी मिक्स)
— को लाइव ऑर्केस्ट्रा के साथ गाएंगे। - दर्शकों के साथ संवाद, डांस और छत्तीसगढ़ी अंदाज़ में मंच पर जोश भरने की पूरी तैयारी है।
🌟 आगामी दिनों की झलक (3 से 5 नवंबर)
- 3 नवंबर: बॉलीवुड गायक नेहा कक्कड़ और लोक कलाकार तेजन बाई की प्रस्तुति।
- 4 नवंबर: सुदीप सिंह बैंड और सोनू निगम का विशेष कार्यक्रम।
- 5 नवंबर (समापन दिवस): सुरेश वाडकर, अनुराधा पौडवाल और छत्तीसगढ़ी कलाकारों का भव्य सांस्कृतिक समापन समारोह।
🪔 राज्योत्सव का महत्व
छत्तीसगढ़ राज्योत्सव राज्य की 25वीं वर्षगांठ का प्रतीक है।
इस उत्सव में राज्य की कला, संस्कृति, हस्तशिल्प, लोकनृत्य, खानपान और संगीत की समृद्ध परंपरा को मंच पर जीवंत किया जा रहा है।
राज्य के सभी जिलों से आए कलाकार अपनी लोकसंस्कृति का प्रदर्शन कर रहे हैं — जिससे यह आयोजन “छत्तीसगढ़ की पहचान” बन गया है।



