
छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित कस्टम मिलिंग घोटाले में आज सुबह गिरफ्तार किए गए अनिल टुटेजा और अनवर ढेबर से EOW ने पूछताछ की प्रक्रिया शुरू कर दी है। शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक, जांच एजेंसी ने दोनों आरोपियों के लिए 50 से अधिक बिंदुवार सवालों की सूची तैयार की है, जिनमें से कई सवालों में राज्य स्तरीय प्रशासनिक स्वीकृति, लेन-देन और राजनीतिक संरक्षण से जुड़ी बातें शामिल हैं।

घोटाले की अनुमानित राशि 500 करोड़ से अधिक हो सकती है।
पूछताछ में आए नामों की फेहरिस्त लंबी है, कुछ राजनीतिक चेहरे भी शक के दायरे में हैं।
टुटेजा और ढेबर को मिलर्स, अफसरों और बिचौलियों से हुई बैठक की डिटेल्स पर क्लोज क्वेशनिंग की जा रही है।
2021-23 के बीच हुए कस्टम मिलिंग कॉन्ट्रैक्ट्स की स्वीकृति प्रक्रिया
मिलर्स को लाभ देने के पीछे किन अधिकारियों की भूमिका थी?
भुगतान प्रक्रिया में सरकारी स्तर पर किस तरह हेरफेर किया गया?
कागजों पर चावल उठाने का फर्जीवाड़ा कैसे हुआ?
क्या मंत्रालय से लेकर जिले तक अधिकारियों की मिलीभगत थी?