बॉलीवुड की अदाकारा और सांसद कंगना रनौत। हिमाचल प्रदेश की मंडी संसदीय सीट की भाजपा नई सांसद। कंगना अक्सर निशाने पर रहती हैं। कभी सोशल मीडिया पर तो कभी सार्वजनिक स्थल पर। लोकसभा चुनाव में कंगना को लेकर कई प्रकार के झूठ फैलाए गए। कभी कहा गया कि कंगना अबू सलेम के साथ दिखीं तो कभी एक पुराने विज्ञापन की तस्वीर को कंगना के थप्पड़ से जोड़कर वायरल कर दिया गया।
आइए आज जानते हैं कि कंगना को लेकर किस प्रकार का झूठ सोशल मीडिया पर फैलाया गया।
कंगना को पड़ा थप्पड़, वायरल हुई फर्जी तस्वीर
6 जून 2024 को कंगना रनौत को चंडीगढ़ पर सीआईएसएफ की महिला जवान कुलविंदर कौर ने थप्पड़ मार दिया। इसके बाद से ही सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो गई। तस्वीर में किसी महिला के गाल पर हाथों के निशान को देखा जा सकता था। दावा किया गया कि तस्वीर कंगना के गाल की है। विश्वास न्यूज ने इसकी जांच की तो पता चला कि पुराने विज्ञापन से जुड़ी तस्वीर के बहाने कंगना पर निशाना साधा गया।
पत्रकार के साथ कंगना, तस्वीर बताई गई अबू सलेम की
कंगना रनौत की एक तस्वीर सबसे ज्यादा झूठे दावे के साथ वायरल होती है। इसमें उन्हें एक शख्स के साथ देखा जा सकता है। अक्सर इस तस्वीर को विरोधी अबू सलेम और कंगना की बताकर झूठ फैला देते हैं। विश्वास न्यूज ने समय-समय पर इसकी सच्चाई पाठकों के सामने रखी naga788 है। दरअसल वायरल तस्वीर में एक पत्रकार हैं। इनका नाम मार्क मैनुअल है। मार्क फिल्मी दुनिया के एक जाने-पहचाने नाम हैं।
कंगना के भाषण से की गई छेड़छाड़, बदल गया अर्थ
लोकसभा चुनाव के बीचोंबीच कंगना रनौत का एक वीडियो वायरल किया गया। दावा किया गया कि कंगना ने अपनी हार मान ली। वायरल वीडियो विश्वास न्यूज के पास आया। हमने इसकी पड़ताल की। पता चला कि दरअसल असली वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है। असली वीडियो में कंगना अपने विरोधी उम्मीदवार पर हमलावर थीं।
कंगना और पीएम मोदी का अधूरा वीडियो वायरल
लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कंगना का एक वीडियो शेयर किया गया। इसे वायरल करते हुए दावा किया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कंगना के शिष्टाचार अभिवादन का जवाब नहीं दिया, जब वे उन्हें फूल दे रही थीं। विश्वास न्यूज की पड़ताल में दावा गलत साबित हुआ। वायरल वीडियो क्लिप एडिटेड और ऑल्टर्ड निकली।
कंगना के ध्यान लगाए जाने के दावे से फेक ग्राफिक्स वायरल
पीएम नरेंद्र मोदी ने चुनाव नतीजों से पहले कन्याकुमारी में साधना की घोषणा की थी। इसके बाद कंगना के नाम से एक बयान वायरल किया गया। इसमें दावा किया गया कि कंगना ने भी पीएम मोदी की तरह साधना में रहने की घोषणा की है। कंगना का यह बयान एक हिंदी चैनल की ब्रेकिंग प्लेट के साथ वायरल किया गया। विश्वास न्यूज ने इस पोस्ट की जांच की। हमने जांच में इसे गलत पाया। वायरल हो रहा ग्राफिक्स फेक निकला था।