कफ सिरप मामले में देशभर में ईडी के छापे, फार्मा कंपनियों और एजेंटों पर शिकंजा

कफ सिरप मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने देशभर में बड़ी कार्रवाई करते हुए कई राज्यों में एक साथ छापेमारी अभियान चलाया है। यह कार्रवाई संदिग्ध लेनदेन, अवैध निर्यात और मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से की जा रही है। ईडी की टीमों ने फार्मा कंपनियों, उनके डिस्ट्रीब्यूटरों, एजेंटों और इससे जुड़े ठिकानों पर दबिश दी है।

सूत्रों के अनुसार, जांच का दायरा उन मामलों से जुड़ा है, जहां हानिकारक कफ सिरप के निर्माण और सप्लाई को लेकर पहले से एजेंसियां जांच कर रही थीं। अब ईडी ने इसमें आर्थिक अनियमितताओं और अवैध कमाई के पहलू को खंगालना शुरू किया है। छापों के दौरान कई अहम दस्तावेज, डिजिटल डेटा और लेनदेन से जुड़े रिकॉर्ड जब्त किए जाने की जानकारी सामने आ रही है।
बताया जा रहा है कि जांच के केंद्र में कुछ फार्मा कंपनियों द्वारा नियमों की अनदेखी, संदिग्ध कंपनियों के जरिए लेनदेन और विदेशों में निर्यात से जुड़ी गड़बड़ियां हैं। ईडी यह भी पता लगाने में जुटी है कि अवैध तरीके से कमाए गए पैसों को कहां और कैसे निवेश किया गया।
ईडी की इस कार्रवाई से फार्मा सेक्टर में हड़कंप मचा हुआ है। अधिकारियों का कहना है कि जांच अभी जारी है और आने वाले दिनों में और भी खुलासे हो सकते हैं। जरूरत पड़ने पर आगे और ठिकानों पर भी छापेमारी की जा सकती है।
कुल मिलाकर, कफ सिरप मामले में ईडी की देशव्यापी कार्रवाई ने यह साफ कर दिया है कि जनस्वास्थ्य से जुड़े मामलों में आर्थिक अपराधों पर भी सख्त नजर रखी जा रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई तय मानी जा रही है।



